प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में महाराष्ट्र से 6 मंत्रियों को जगह मिली है, लेकिन अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी को जगह नहीं मिली है। इससे लोकसभा चुनाव में मात खा चुकी अजित पवार की पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र से 6 मंत्रियों के नाम शामिल हैं, लेकिन इनमें से कोई भी एनसीपी का नहीं है। माना जा रहा है कि एनसीपी में मंत्री पद को लेकर विवाद है। एनसीपी में मंत्री बनने के लिए प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे ने दावेदारी पेश कर दी है।
अजित पवार असमंजस में
ऐसे में एक मंत्री को जगह मिल सकती है। प्रफुल्ल पटेल का नाम मनी लांड्रिंग में शामिल है। ऐसे में बीजेपी ने उनका नाम खारिज कर दिया है। ऐसे में तटकरे की दावेदारी मजबूत है। अजित पवार भी असमंजस में हैं कि किसे मंत्री बनाएं। सूत्र बताते हैं कि अजित पवार को मतभेद सुलझाने और कोई एक नाम देने के लिए कहा गया है। यह विवाद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस तक भी पहुंची है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में मात खा चुकी एनडीए के लिए कुनबा संभालना मुश्किल हो रहा है।
महाराष्ट्र से हैं ये नाम
बीजेपी के कद्दावर नेता नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, रक्षा खड़से, मुरलीधर मोइली और शिवसेना से प्रताप राव जाधव के नाम मंत्रिमंडल की लिस्ट में शामिल हैं। हमेशा की तरह आरपीए के रामदास अठावले भी मंत्री बनेंगे। एक मंत्री एनसीपी के कोटे से शामिल है, लेकिन नाम फाइनल नहीं होने से अनिश्चितता की स्थिति बनी है। मोदी महाराष्ट्र में चुनाव को देखते हुए एनसीपी को जगह देना चाहते हैं, लेकिन जब तक विवाद नहीं सुलझ जाता, तब तक मंत्रिमंडल में जगह पाना मुश्किल है।