सपनों की उड़ान भरने के लिए बड़े शहरों की जरूरत नहीं होती, अगर जुनून हो तो छोटे शहर की गलियां भी आसमान की सीढ़ी बन जाती हैं। मुरैना की गलियों में खेलने वाली एक छोटी सी लड़की ने एक सपना देखा और उसे सच कर दिखाया। मध्य प्रदेश के मुरैना की रहने वाली नंदिनी अग्रवाल ने महज 19 साल की उम्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनकर न सिर्फ अपने परिवार और शहर का नाम रोशन किया है, बल्कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराकर पूरे देश को गौरवान्वित किया है। वह दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला CA बन गई हैं।
बचपन से ही थी असाधारण प्रतिभा
नंदिनी की प्रतिभा बचपन से ही दिखाई देने लगी थी। जहां ज्यादातर बच्चे 15-16 साल की उम्र में 10वीं पास करते हैं, वहीं नंदिनी ने सिर्फ 13 साल की उम्र में यह कमाल कर दिखाया। इसके बाद 15 साल की उम्र में उन्होंने 12वीं की परीक्षा भी पास कर ली। उनकी तेज रफ्तार ने ही उनके भविष्य की नींव रखी। नंदिनी ने अपने छोटे भाई सचिन के साथ मिलकर CA की तैयारी शुरू की, जो खुद भी CA फाइनल परीक्षा में AIR 18 रैंक हासिल कर चुके हैं।
कड़ी मेहनत और समर्पण का सफर
CA की परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है, जिसके लिए सालों की कड़ी मेहनत और धैर्य की जरूरत होती है। लेकिन नंदिनी ने इस चुनौती को स्वीकार किया और अपनी लगन से इसे पार कर लिया। उन्होंने अपनी पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया और बाकी विकर्षणों से दूरी बनाए रखी। नंदिनी का मानना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने अपने लक्ष्य पर पूरा ध्यान केंद्रित रखा और हर दिन एक निश्चित समय सीमा के साथ पढ़ाई की।
नंदिनी ने बताया कि उनके माता-पिता और शिक्षकों का सहयोग उनकी सफलता में सबसे अहम रहा है। उनके पिता भी एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और उन्होंने हमेशा नंदिनी का मार्गदर्शन किया।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज
CA फाइनल परीक्षा में AIR 1 (ऑल इंडिया रैंक 1) हासिल करने के बाद नंदिनी का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में “सबसे कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट” के रूप में दर्ज किया गया। यह सिर्फ उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि देश और खासकर महिला सशक्तिकरण के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। नंदिनी ने यह साबित कर दिया है कि अगर लड़कियों को सही अवसर और प्रोत्साहन मिले, तो वे किसी भी क्षेत्र में इतिहास रच सकती हैं।
नंदिनी की कहानी लाखों युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। उनकी सफलता यह सिखाती है कि अगर आप अपने सपनों को लेकर जुनूनी हैं और कड़ी मेहनत करने को तैयार हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। मुरैना की इस बेटी ने अपने सपनों से देश का नाम रोशन किया है।