मध्य प्रदेश के नगरीय एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर एक विवादित बयान देकर राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। विजयवर्गीय ने कथित तौर पर कहा था कि “आज के हमारे प्रतिपक्ष के नेता ऐसे हैं कि अपनी जवान बहन को बीच चौराहे पर चुंबन करते हैं, इसमें उनकी गलती नहीं है।” इस बयान के बाद कांग्रेस नेताओं ने तीखी आलोचना की है।
दिग्विजय सिंह ने सनातन धर्म का हवाला दिया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने विजयवर्गीय के बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने सवाल उठाया कि एक संस्कारी छवि वाले नेता ने भाई-बहन के पवित्र रिश्ते पर ऐसी टिप्पणी क्यों की।
दिग्विजय सिंह ने कहा: “कैलाश विजयवर्गीय से ऐसी उम्मीद नहीं थी। वे खुद को बहुत संस्कारी और धार्मिक बताते हैं। अगर कोई भाई अपनी बहन से प्यार करता है और उसे गले लगाता है, तो आप इसे गलत अर्थों में क्यों लेते हैं? यह किस सनातन धर्म परंपरा के खिलाफ है? मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।”
जीतू पटवारी और विजय शाह की टिप्पणी
मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता जीतू पटवारी ने भी विजयवर्गीय के बयान को उनकी “घृणित और संकीर्ण मानसिकता” का परिचायक बताया।
वहीं, मंत्री विजय शाह ने विजयवर्गीय के बयान का समर्थन करते हुए अपनी टिप्पणी से इस विवाद को और बढ़ा दिया। उन्होंने कहा: “ये मेरी सगी बहन भी हैं, तो क्या मैं सार्वजनिक रूप से इनका चुंबन लूंगा? हिंदुस्तानी संस्कृति और सभ्यता यह नहीं सिखाती है। विजयवर्गीय के इस बयान और उनके समर्थन में आए विजय शाह की टिप्पणियों ने मध्य प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।