रूस ने शनिवार की रात यूक्रेन पर अब तक के सबसे भीषण हवाई हमलों में से एक को अंजाम दिया। इन हमलों में 300 से अधिक स्ट्राइक ड्रोन और लगभग 30 क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया, जिसने खासकर काला सागर के तटीय शहर ओडेसा में भारी तबाही मचाई। इन हमलों में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक बच्चे सहित छह अन्य लोग घायल हो गए।
यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, रूसी सेना ने देश के कई शहरों को निशाना बनाया, जिसमें ओडेसा सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। ओडेसा के मेयर हेन्नादी ट्रूखानोव ने बताया कि शहर पर 20 से अधिक ड्रोन और एक मिसाइल से हमला किया गया, जिससे एक ऊंची रिहायशी इमारत में आग लग गई और भारी नुकसान हुआ। रेस्क्यू टीमों ने इमारत से पांच लोगों को सुरक्षित निकाला।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने इन हमलों को शांति प्रयासों के लिए एक गंभीर झटका बताया। उन्होंने कहा कि देश के उत्तर-पूर्वी सूमी क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। यूक्रेन की वायुसेना ने दावा किया कि उसने अधिकांश ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया, लेकिन हमलों की तीव्रता इतनी अधिक थी कि कुछ टारगेट तक पहुंचने में सफल रहे।
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस अब एक रात में उतने ड्रोन हमले कर रहा है जितने पहले महीनों में किए जाते थे, जो युद्ध की बढ़ती तीव्रता को दर्शाता है। इससे पहले, 8 जुलाई को भी रूस ने एक रात में 700 से अधिक ड्रोन दागकर दुनिया को चौंका दिया था। ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय यूक्रेन में तीन साल से अधिक समय से जारी इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए नए सिरे से प्रयास कर रहा है। यूरोपीय संघ (EU) ने इन हमलों के बाद रूस पर 18वां प्रतिबंध पैकेज लागू किया है, जो रूस पर दबाव बढ़ाने की कोशिश है।