प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार वाराणसी से कम वोटों के अंतर से जीते। इससे भाजपा की चिंता बढ़ गई है। कहां रामलहर का दावा करने वाली भाजपा खुद अपने प्रधानमंत्री का गढ़ जैसे-तैसे बचा पाई। इस बार कांटे के मुकाबले में पीएम मोदी कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय से महज डेढ़ लाख वोटों से ही जीत पाए। 5 विधानसभा क्षेत्रों में शहर दक्षिणी में पीएम को एक लाख से ज्यादा वोट मिले। मजबूत गढ़ माने जाने वाले रोहनिया और सेवापुरी विधानसभा के लोगों ने अपना पाला बदल लिया और कांग्रेस को वोट दिया। अजय राय को यहां से कुल वोटों के 40.74 प्रतिशत वोट मिले।
जहां सबसे ज्यादा काम, वहीं से कम वोट
जिस दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र में सरकार ने 10 साल काशी विश्वनाथ कॉरीडोर के काम कराए, वहीं पर भाजपा पिछड़ गई। वोटरों ने यहां 98 हजार वोट मोदी को दिए, वहीं अजय राय को भी 81 हजार से ज्यादा वोट मिले। सेवापुरी और रोहनिया विधानसभा में भूमिहर और पटेल मतदाताओं ने अपना पाला बदल लिया। वह तो भला हो कैंट का, जहां से मोदी को सबसे अधिक करीब डेढ़ लाख वोट मिले। शहर उत्तरी विधानसभा से भी मोदी के लिए वोट बरसे। इसके अलावा अजय राय को मुस्लिमों के एकमुश्त वोट मिले। बसपा के अतहर जमाल लारी को मुस्लिमों ने कम ही वोट दिए। एक तरह से यहां मुकाबला मोदी और अजय राय में ही था।