आप के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में जनता की अदालत को संबोधित किया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अब डबल इंजन फेल हो गया है। एक इंजन जून में ही खराब हो गया था। जब लोकसभा चुनाव में इनकी 240 सीट आई थी। अब दूसरा इंजन एक-एक करके जा रहा है। अभी हरियाणा से जा रहा है, फिर जम्मू-कश्मीर, झारखंड और महाराष्ट्र से जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि लोगों को समझ आ गया है कि डबल इंजन मतलब-महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार है। इसलिए पूरे देश से इनकी सरकारें जा रही हैं। 10 साल तक इनकी हरियाणा में डबल इंजन की सरकार रही तो ऐसा क्या किया इन्होंने कि हरियाणा में इन्हें आज कोई अपने गांव में नहीं घुसने दे रहा है। उत्तर प्रदेश में 7 साल से इनकी डबल इंजन की सरकार है। कुछ तो आपने गड़बड़ की होगी, जो लोकसभा चुनाव में उप्र में आपकी आधी सीट रह गई।
22 राज्यों में हैं सरकारें, एक राज्य बता दें?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी की 22 राज्यों में सरकारें हैं। आप इनसे पूछना कि वे एक राज्य बता दें, जहां उन्होंने बिजली फ्री की हो। गुजरात में इनकी 30 साल से सरकार है। इन्होंने एक भी स्कूल ठीक नहीं कराया। 22 राज्यों में इनकी सरकारें हैं, एक काम ये बता दें जो इन्होंने अच्छा काम किया हो। अगली साल 17 सितंबर को पीएम मोदी रिटायर हो जाएंगे। मैं आपको चुनौती देता हूं कि आप एक साल में 22 राज्यों में कोई ऐसा काम करके दिखा दीजिए जो दिल्ली में हुए हैं। 10 साल में इन्होंने कुछ नहीं किया। जब आप रिटायर होंगे तो सब ये तो सोचेंगे कि आपने 10 साल तो कुछ नहीं किया, लेकिन 11वें साल में तो कुछ किया। केजरीवाल ने कहा कि मैं पीएम मोदी को कहता हूं कि फरवरी में दिल्ली के चुनाव हैं। फरवरी के पहले इन 22 राज्यों में बिजली फ्री कर दीजिए तो मैं दिल्ली के चुनाव में मोदी जी का प्रचार करूंगा।
सीएम आतिशी ने गिनाईं उपलब्धियां
जनता की अदालत को संबोधित करते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि 2015 में अरविंद केजरीवाल की सरकार बनने से पहले 8-8 घंटे के पावर कट दिल्ली में हुआ करते थे। महंगे बिजली के बिल आते थे तो कच्ची कॉलोनियों में महिलाओं को घंटों तक पानी के टैंकरों का इंतजार करना पड़ता था। सरकारी स्कूल जहां आम परिवार या गरीब परिवार के बच्चे जाते थे, वहां न बैठने के लिए टेबल-कुर्सी होती थी, न ब्लैक बोर्ड होता था और न पढ़ाने के लिए टीचर होता था। सरकारी अस्पताल इतने बदहाल होते थे कि कोई जाना नहीं चाहता था। दिल्ली के लोग परेशान थे। 2015 में दिल्ली में एक चमत्कार हो गया। दिल्लीवासियों ने अपने बेटे, अपने भाई, आम आदमी की आवाज उठाने वाले अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया। अरविंद केजरीवाल ने एक-एक करके दिल्लीवासियों की समस्याओं का समाधान किया। वो काम करके दिखाए जो बाकी पार्टियां 75 साल में नहीं कर पाई थीं।