प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के माध्यम से देश ही नहीं पूरी दुनिया को संदेश दिया था। मोदी ने श्रीराम के जन-जन से जुड़ाव को इंगित किया था। इसके बाद वे अब 5 मई को फिर अयोध्या पहुंचे और रामलला के दर्शन किए। 2 चरणों के लोकसभा चुनाव के बाद उनका यह दौरान बहुत महत्व रखता है। पीएम मोदी करीब 15 मिनट राममंदिर में रहे, लेकिन इस दौरान उन्होंने कई समीकरण साध लिए। मोदी ने फैजाबाद संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में रोड शो किया। इस दौरान जय श्रीराम की गूंज बार-बार सुनाई दी। मोदी अब तक के चुनाव कैंपेन में राममंदिर का जिक्र करते रहे हैं। ऐसे में बाकी के 5 चरणों में भाजपा इसी माहौल को भुनाने की कोशिश करेगी।
अयोध्या से दिया संदेश
पीएम मोदी ने रोड शो के दौरान जनता का आशीर्वाद लिया। साथ ही एक्स पर वीडियो शेयर कर कहा कि अयोध्यावासियों का हृदय प्रभु श्रीराम जैसा विशाल है। अयोध्या के इस चुनावी रोड शो के राजनीतिक पंडित अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं। उनका मानना है कि यह रोड शो सिर्फ एक सीट के लिए नहीं था, बल्कि इसके जरिए मोदी ने पूरे उप्र और पूर्वांचल को साधा है। यूपी में अब भी 64 सीटों के लिए वोटिंग बाकी है। ऐसे में भाजपा की नजर अवध और पूर्वांचल की सीटों पर है। इन दोनों क्षेत्रों के बीचोंबीच अयोध्या है। ऐसे में मोदी ने आसपास की सीटों को भी साधा और इसका संदेश बिहार तक पहुंचा। इस तरह मोदी बिना कुछ कहे ही अपने मन की बात जनता से कह गए। इस दौरान साधु-संत, बच्चे और महिलाएं-पुरुष भी उनके स्वागत में खड़े रहे। एक तरह से यह संदेश है कि हमने राममंदिर बनवाया है। वहीं विपक्ष के नेता अब तक राममंदिर आने से परहेज करते रहे हैं। ऐसे में भाजपा इस पूरे मौके को भुनाने में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहती है।