कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की चुनाव प्रचार रणनीति पर तीखा हमला बोला है। खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी पर हर चुनाव में अति-प्रचार करने और उनके चेहरे पर अत्यधिक निर्भरता का आरोप लगाया।
खड़गे के आरोप
- खड़गे ने पीएम मोदी के लगातार बिहार दौरे और सघन चुनाव प्रचार पर तंज कसते हुए कहा, “बिहार में नरेंद्र मोदी ऐसे घूम रहे हैं, जैसे उनके बेटे की शादी हो।” इस बयान से उनका आशय था कि पीएम मोदी व्यक्तिगत स्तर पर बहुत अधिक दिलचस्पी ले रहे हैं, जो सामान्य प्रधानमंत्री के चुनाव प्रचार से अधिक है।
 - उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि पंचायत चुनाव से लेकर लोकसभा (सांसदी) के चुनावों तक, हर स्तर के चुनाव में सिर्फ पीएम मोदी का चेहरा ही प्रमुखता से दिखाई देता है।
 - खड़गे ने सवाल उठाया कि “अरे… मोदी के चेहरे को देखकर लोग कितनी बार वोट देंगे।” उनका तात्पर्य था कि बार-बार एक ही चेहरे पर वोट मांगना अंततः मतदाताओं को ऊबा सकता है और विकास तथा स्थानीय मुद्दों से ध्यान भटकाता है।
 - कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य के स्थानीय मुद्दों, जैसे कि रोज़गार, शिक्षा और स्वास्थ्य को छोड़कर सिर्फ राष्ट्रीय मुद्दों और पीएम मोदी के व्यक्तित्व पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
 
🎯 चुनावी संदर्भ
खड़गे का यह बयान बिहार में चल रहे विधानसभा चुनाव के संदर्भ में आया है। बिहार में बीजेपी अक्सर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और केंद्र सरकार की योजनाओं को आगे रखकर चुनाव लड़ती है, जबकि विपक्षी दल (कांग्रेस और RJD) स्थानीय समस्याओं और जातिगत समीकरणों को उजागर करते हैं। खड़गे का उद्देश्य स्पष्ट रूप से यह दिखाना था कि बीजेपी के पास राज्य स्तर पर कोई मजबूत चेहरा या योजना नहीं है, और वह पूरी तरह से एक ही नेता पर निर्भर है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह संबोधन बिहार के राजा पाकर में एक चुनावी सभा के दौरान दिया, जहाँ उन्होंने महागठबंधन के पक्ष में वोट की अपील की। यह बयान विपक्षी गठबंधन (INDIA) की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वे बीजेपी को केवल ‘चेहरे’ की राजनीति करने वाली पार्टी के रूप में चित्रित करना चाहते हैं।

                                    
