साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साइप्रस के सर्वोच्च सम्मान, ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III’ से सम्मानित किया। यह सम्मान साइप्रस और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री मोदी के असाधारण योगदान की मान्यता है।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलिडेस ने प्रधानमंत्री मोदी को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया। इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने भारत और साइप्रस के बीच ऐतिहासिक और मजबूत संबंधों पर जोर दिया, जो साझा मूल्यों और लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक मंच पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और साइप्रस, भारत के साथ अपने संबंधों को और गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान के लिए साइप्रस के राष्ट्रपति और वहां की जनता के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान भारत और साइप्रस के बीच मित्रता के प्रतीक के रूप में है और यह दोनों देशों के लोगों के बीच बढ़ते संबंधों को दर्शाता है। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यह सम्मान दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान सहित सभी क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ावा देगा।
‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III’ साइप्रस गणराज्य का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने साइप्रस के लिए उत्कृष्ट सेवाएं दी हैं या जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह सम्मान पहली बार 1960 में स्थापित किया गया था और इसका नाम साइप्रस के पहले राष्ट्रपति, आर्चबिशप मकारियोस III के नाम पर रखा गया है।
यह सम्मान प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति की सफलता को भी दर्शाता है, जहां भारत अपने पारंपरिक सहयोगियों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस उच्च स्तरीय सम्मान से दोनों देशों के बीच संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंचने की उम्मीद है।