वक्फ (संशोधन) विधेयक पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि लोकसभा में भाजपा के पास बहुमत नहीं है। यह सरकार बैसाखी पर है। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं क्योंकि वे नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू, चिराग पासवान और जयंत चौधरी की बैसाखी पर निर्भर हैं। अगर ये चार दल इस असंवैधानिक विधेयक का समर्थन नहीं करते हैं तो यह विधेयक कानून नहीं बन पाएगा लेकिन अगर वे भाजपा का समर्थन करते हैं, तो मैं उन्हें सावधान और चेतावनी दे रहा हूं कि मुसलमान उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। आप एक असंवैधानिक विधेयक का समर्थन कर रहे हैं जो मुस्लिम वक्फ बोर्ड को हमेशा के लिए खत्म कर देगा, जो हमारी मस्जिदों, दरगाहों को छीन लेगा।
इसलिए हो रहा विरोध
- वक्फ विधेयक के कुछ पहलुओं को लेकर समुदाय में गहरी चिंताएँ हैं, जिनके कारण वे विरोध कर रहे हैं।
- विधेयक वक्फ बोर्डों को वक्फ संपत्तियों पर अधिक नियंत्रण प्रदान करता है, जिससे समुदाय को लगता है कि उनकी धार्मिक संपत्तियों पर उनका अधिकार कम हो जाएगा।
- विधेयक में वक्फ संपत्तियों पर अतिक्रमणों को हटाने के प्रावधान है, लेकिन समुदाय को डर है कि इसका दुरुपयोग उनकी संपत्तियों को निशाना बनाने के लिए किया जा सकता है।
- वक्फ विधेयक बोर्डों में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने का प्रयास करता है, लेकिन समुदाय को लगता है कि यह उनकी धार्मिक मामलों में अनावश्यक हस्तक्षेप है।
- समुदाय को डर है कि इस विधेयक के माध्यम से सरकार वक्फ संपत्तियों पर राजनीतिक नियंत्रण स्थापित करने का प्रयास कर रही है।
- ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस विधेयक का कड़ा विरोध किया है।