कांग्रेस नेता और एआईसीसी मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने वाराणसी चुनाव परिणाम पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत को लेकर कई आरोप लगाए और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी संदेह व्यक्त किया।
खेड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर भाजपा के पास इलेक्ट्रॉनिक डेटा उपलब्ध है, तो कांग्रेस को भी वाराणसी की वोटर लिस्ट की पेन ड्राइव का इंतजार है। उन्होंने आरोप लगाया कि मतगणना के दिन नरेंद्र मोदी को फर्जी वोटों का “बूस्टर डोज” मिला था, जिसके कारण उनकी जीत हुई।
पवन खेड़ा के अनुसार, नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव हार रहे थे, और “गंगा पुत्रों” ने उनका इलाज कर दिया था, लेकिन अचानक फर्जी वोटों के बूस्टर डोज मिलने के बाद वह जीत की ओर बढ़ गए। खेड़ा ने दावा किया कि अगर कांग्रेस को वाराणसी की इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट मिल जाए, तो वे यह साबित कर देंगे कि मोदी प्रधानमंत्री की कुर्सी चुराकर बैठे हैं।
उन्होंने भाजपा पर भी पलटवार किया। भाजपा अक्सर राहुल गांधी पर देश की संस्थाओं पर भरोसा न करने का आरोप लगाती है। इस पर खेड़ा ने सवाल उठाया कि क्या केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर कल संस्थाओं पर भरोसा कर रहे थे, यह दर्शाते हुए कि भाजपा भी अपनी सुविधा के अनुसार संस्थाओं पर सवाल उठाती है।
इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और वाराणसी चुनाव परिणामों पर एक नई बहस छेड़ दी है। कांग्रेस लगातार चुनाव आयोग पर दबाव बना रही है कि वह मतदाता सूची और चुनाव से संबंधित अन्य डेटा को सार्वजनिक करे, ताकि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।