पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक बयान पर बीजेपी को आपत्ति है। कल ममता ने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो बांग्लादेश से आने वाले लोगों को शरण दी जाएगी। उनके लिए दरवाजे खुले हैं। दरअसल बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे पर उग्र आंदोलन चल रहा है, जिससे वहां रहने वाले लोग प्रभावित हो रहे हैं। इनमें कुछ भारतीय छात्र भी शामिल हैं। ममता पहले भी शरणार्थियों के मुद््दे पर मुखर रही हैं, लेकिन वे सीएए का विरोध करती रही हैं।þ
क्या आपको संविधान में अधिकार है?
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ममता बनर्जी ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ भी हो रहा है, वह अपने दरवाजे खुले रखेंगी और किसी को भी पश्चिम बंगाल में आने देंगी। ये वही व्यक्ति हैं जिन्होंने सीएए के बारे में कहा था कि हम हिंसा से पीडि़त किसी भी हिंदू, सिख, पारसी या ईसाई शरणार्थी को बंगाल में प्रवेश नहीं करने देंगे। ममता ने हमेशा सीएए का विरोध किया है, जबकि सीएए का भारत के नागरिकों से कोई संबंध नहीं था। चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम। ममता, अखिलेश यादव और राहुल गांधी संविधान की बात करते रहते हैं। क्या आपको संविधान में अधिकार है? यह अधिकार भारत सरकार का है। यह शक्ति राज्य सरकार की नहीं है।