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    ममता ने महाकुंभ को कहा मृत्यु कुंभ.. भाजपा ने घेरा, सपा ने सराहा

    पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को मृत्यु कुंभ कहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह यहां हादसे हो रहे हैं, वह महाकुंभ नहीं मृत्यु कुंभ है। उनके इस बयान पर भाजपा और संत समाज भडक़ गया है तो समाजवादी पार्टी ने उनके बयान का समर्थन किया है। वहीं केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में मुस्लिम वोट बैंक को खुश करने के लिए ये बात कही है। वे वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं। वे खुद को हिंदू, ब्राह्मण बोल रही हैं जबकि हर साल ईद की नमाज में शामिल होती हैं। आप एक बार कुंभ में आकर पवित्र स्नान करके दिखाइए।

    लगता है दिमाग खराब हो गया है : गिरीश महाजन

    ममता बनर्जी के मृत्यु कुंभ वाले बयान पर महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि लगता है कि ममता दीदी का दिमाग खराब हो गया है। महाकुंभ के बारे में करोड़ों लोगों की श्रद्धा है। 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु वहां जाकर आए हैं। उनके बारे में ऐसा कहना मुझे लगता है कि बहुत शर्मनाक की बात है। उनसे ज्यादा अपेक्षा भी नहीं है, क्योंकि उनके विचार ही उस प्रकार के हैं। लेकिन उन्होंने ऐसी बात करके हिंदू समाज की भावना को ठेस पहुंचाया है।

    मुल्ले-मौलवियों की चमचागिरी करती रही हैं : स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश

    आध्यात्मिक नेता स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश ने कहा कि ये पवित्र स्नान 12 वर्ष के बाद कुंभ में होता है। इस पर ऐसी टिप्पणी करना एक मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता है। वह कुंभ के बारे में क्या जानें? जो लोग केवल मुल्ले-मौलवियों की चमचागिरी करने के अलावा और कोई काम नहीं है। जिस प्रकार से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां व्यवस्था की है, वो सराहनीय है। ऐसी व्यवस्था देना असंभव काम है। ममता बनर्जी को ऐसी बयानबाजी से बाज आना चाहिए। वह केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए ऐसे सनातन पर आप एक प्रकार से प्रहार कर रही हैं। इससे प्रतीत होता है कि उन्हें इस देश की संस्कृति से प्यार नहीं है और आप इस देश की संस्कृति को मानती भी नहीं हैं।

    मृत्यु कुंभ नहीं बल्कि ये अमृत कुंभ है : स्वामी रविदेव शास्त्री

    युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि ये मृत्यु कुंभ नहीं बल्कि ये अमृत कुंभ है। ये महाकुंभ है और ये संस्कृति, सनातन और विचारों का मेल है। इतने सारे विचारों के लोग वहां आए और सबने अपने विचार रखे। सबने अपने विश्वास के अनुसार स्नान किया। उन सबको ऐसा लगा कि हमें अमृत प्राप्त हो रहा है। ये अमृत कुंभ है और अमृत कुंभ ही रहेगा इसे दूसरा नाम नहीं दिया जा सकता।

    धर्म विरोधी राजनीति करने से भला नहीं होने वाला : अपर्णा

    भाजपा नेता अपर्णा यादव ने कहा कि मुझे बहुत दुख होता है ऐसी बातें सुनकर। वो भी तब जब बड़े राजनैतिक पार्टी से जो संबंध रखते हैं। आप राजनीति करिए लेकिन धर्म विरोधी राजनीति करने से किसी का भला नहीं होने वाला। ममता हों, चाहे जितने भी विपक्षी हों, ये कब तक हमारे सनातन धर्म और परंपरा का मजाक उड़ाते रहेंगे। महाकुंभ में पश्चिम बंगाल से इतनी बड़ी संख्या में लोग आए हैं, जिसका कोई हिसाब नहीं है। दूसरी बात उनके मुंह से ये बात शोभा नहीं देती है। मैं समझती हूं कि ममता को इस तरीके की धर्म विरोधी बातों से बचना चाहिए। उन्होंने लाखों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है। उनसे इस तरह की बात की उम्मीद नहीं थी। वहीं भाजपा नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि 144 साल बाद सनातन धर्म के महान पर्व को देश के एक राज्य की मुख्यमंत्री मृत्यु कुंभ कहती हैं। उनकी समस्या यह है कि इस समय उन्हें अपनी तुष्टीकरण की राजनीति में बाधा नजर आ रही है। देश के सभी सनातन प्रेमी उनकी यह बात सुन रहे हैं।

    इस बार बहुत निंदनीय घटनाएं घटीं : डिंपल

    सपा सांसद डिंपल यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मृत्यु कुंभ वाले बयान पर कहा कि इस बार बहुत निंदनीय घटनाएं घटी हैं। शासन और प्रशासन ने इसे छिपाने की कोशिश की थी तो हम केवल यह चाहते हैं कि सरकार सही आंकड़े बताए। सरकार ने कहा था कि 100 करोड़ लोगों की व्यवस्था है लेकिन वह नहीं थी। वहीं सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि ये महाकुंभ नहीं बल्कि कुंभ है। किसी शास्त्र में या धर्मग्रंथ में महाकुंभ का जिक्र नहीं है। महाकुंभ में अव्यवस्था बहुत ज्यादा है। लोगों को वहां पर बहुत कष्ट हो रहा है। तमाम लोग मारे गए और उनके लिए एक बाबा कह रहे हैं कि मोक्ष मिल गया। ये इतने संवेदनहीन हो सकते हैं, जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता है।

    हिंदू धर्म या महाकुंभ में विश्वास नहीं करतीं : रिजिजू

    केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि महाकुंभ एक पवित्र, धार्मिक अवसर है और यह 144 वर्षों के बाद आया है। यह एक अनूठा आयोजन है, जिसमें अब तक का सबसे बड़ा मानव समूह शामिल हुआ है। भविष्य में इसे तोडऩा असंभव है। ऐसे अवसर पर हमें इस तरह की राजनीतिक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। यदि आप हिंदू धर्म या महाकुंभ में विश्वास नहीं करते हैं, तो इसे रहने दें।

    ममता के शब्दों का विरोध करते हैं : नौशाद

    पश्चिम बंगाल के आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी ने कहा कि ममता बनर्जी ने महाकुंभ को मृत्युकुंभ कहा है, हम उनके इन शब्दों का विरोध करते हैं। लाखों-करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज जा रहे हैं लेकिन महाकुंभ में योगी आदित्यनाथ बेहतर व्यवस्थाएं दे पाने में असफल हुए हैं।

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