कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियंक खरगे ने नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अपने पिता को न केवल कर्नाटक के मुख्यमंत्री (CM) पद का, बल्कि प्रधानमंत्री (PM) पद का भी दावेदार बताया है। प्रियंक खरगे का यह बयान मुख्य रूप से कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की चल रही अटकलों और विपक्षी दल (BJP) द्वारा कांग्रेस पर लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देने के लिए आया है:
- कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के बीच कथित ‘सत्ता-साझाकरण’ समझौते को लेकर राजनीतिक गलियारों में हमेशा हलचल रहती है। इस पर विपक्ष लगातार कांग्रेस पर हमलावर रहता है।
- प्रियांक खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा, “जब हम सब (कांग्रेस नेता) एक ही सुर में बोल रहे हैं, तो उनकी दुविधा कहाँ है? BJP को कोई मुद्दा ही नहीं मिल रहा है। जब भी वे कोई मुद्दा उठाते हैं, वे औंधे मुँह गिर पड़ते हैं।”
- उन्होंने जोर देकर कहा कि आलाकमान जो भी फैसला लेता है, उसका पालन सभी कर रहे हैं, चाहे वह अभी के लिए हो या भविष्य में।
- प्रियंक ने अपने पिता की व्यापक राजनीतिक स्वीकार्यता और अनुभव का हवाला देते हुए उनकी दावेदारी को स्पष्ट किया।
- उन्होंने कहा, “जब भी राज्य में चुनाव होते हैं, मल्लिकार्जुन खरगे मुख्यमंत्री पद के दावेदार होते हैं। जब भी संसदीय चुनाव होते हैं, वह प्रधानमंत्री पद के दावेदार होते हैं।”
- उन्होंने आगे कहा, “इससे कोई फर्क नहीं पड़ता (कि दावेदार कौन है), संख्या मायने रखती है और मल्लिकार्जुन खरगे को जो भी कहना है, वह कहेंगे।”
प्रियंक खरगे के इस बयान को कर्नाटक की राजनीति में कांग्रेस की एकता दिखाने और साथ ही, राष्ट्रीय स्तर पर INDIA गठबंधन के बीच अपने पिता की पीएम उम्मीदवार के रूप में संभावित दावेदारी को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।


