आंध्र प्रदेश में सुरक्षाबलों द्वारा माओवादियों के खिलाफ चलाए गए बड़े ऑपरेशन के तहत लगातार दूसरे दिन (19 नवंबर 2025) भी कार्रवाई जारी रही। पिछले 48 घंटों में, सुरक्षाबलों को माओवादी नेटवर्क पर करारा प्रहार करने में बड़ी सफलता मिली है।
मंगलवार की निर्णायक सफलता
- शीर्ष कमांडर ढेर: अल्लूरी सीतारामाराजू जिले के मारेडुमिली वन क्षेत्र में मंगलवार को हुई मुठभेड़ में ₹1 करोड़ का इनामी, सबसे खूंखार माओवादी कमांडर माडवी हिड़मा मारा गया। हिड़मा केंद्रीय समिति का सदस्य था और 2010 के ताड़मेटला नरसंहार सहित कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड था।
- हिड़मा के साथ उसकी पत्नी राजे और चार अन्य वरिष्ठ माओवादी मारे गए। यह ऑपरेशन आंध्र-ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर ग्रेहाउंड्स, DRG और CRPF कोबरा यूनिट्स के संयुक्त अभियान का परिणाम था।
- मुठभेड़ के बाद राज्य के अलग-अलग हिस्सों (विजयवाड़ा, काकीनाडा, कृष्णा, एलुरु) में बड़े पैमाने पर छापेमारी की गई, जिसमें कम से कम 31 माओवादी ऑपरेटिव्स को हिरासत में लिया गया।
बुधवार को 7 और ढेर
- खुफिया विभाग (इंटेलिजेंस) के एडीजी महेश चंद्र लड्ढा ने बुधवार को पुष्टि की कि मारेडुमिली के आस-पास के इलाके में हुई दूसरी मुठभेड़ में 7 और माओवादी मारे गए, जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं।
- मारे गए माओवादियों में एक की पहचान मेतुरी जोखा राव उर्फ टेक शंकर के रूप में हुई है, जो आंध्र-ओडिशा बॉर्डर (AOB) का इंचार्ज था और हथियारों/संचार जैसे तकनीकी कार्यों में विशेषज्ञ था।
- ऑपरेशन स्थल से कई आधुनिक हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री जब्त की गई है।
- सुरक्षाबलों की इस दोहरी कार्रवाई को माओवाद विरोधी अभियानों में एक बड़ी रणनीतिक सफलता माना जा रहा है।


