पश्चिम महाराष्ट्र के सांगली जिले में स्थित इस्लामपुर शहर का नाम अब बदलकर ‘ईश्वरपुर’ कर दिया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने आज इस संबंध में आधिकारिक घोषणा कर दी। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस फैसले का ऐलान करते हुए कहा कि यह स्थानीय लोगों की लंबे समय से चली आ आ रही मांग थी।
फडणवीस ने बताया कि इस्लामपुर का ऐतिहासिक नाम ईश्वरपुर था, जिसे मुगल काल के दौरान बदल दिया गया था। कई स्थानीय संगठनों और निवासियों द्वारा लगातार यह मांग उठाई जा रही थी कि शहर को उसका मूल और सांस्कृतिक नाम वापस दिया जाए. सरकार ने इन मांगों पर विचार करने के बाद यह निर्णय लिया है।
यह नाम परिवर्तन महाराष्ट्र में शहरों और स्थानों के नाम बदलने की चल रही श्रृंखला का एक हिस्सा है. इससे पहले भी महाराष्ट्र सरकार ने औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव कर दिया था। ये फैसले भी स्थानीय इतिहास और संस्कृति को पुनर्स्थापित करने के तर्क पर आधारित थे।
विपक्ष ने इस नाम परिवर्तन को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी हैं. कुछ विपक्षी दलों ने इसे राजनीतिक कदम बताते हुए आलोचना की है, जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन ने इसे जनभावना का सम्मान बताया है। हालांकि, शहर के स्थानीय निवासियों के एक बड़े वर्ग ने इस फैसले का स्वागत किया है और इसे अपनी सांस्कृतिक पहचान की वापसी के रूप में देखा है।
इस नाम परिवर्तन के बाद, सभी सरकारी रिकॉर्ड, साइनबोर्ड और अन्य आधिकारिक दस्तावेजों में ‘इस्लामपुर’ की जगह ‘ईश्वरपुर’ का इस्तेमाल किया जाएगा। यह कदम महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की नीति को दर्शाता है और आने वाले समय में राज्य में कुछ और स्थानों के नाम बदले जाने की भी अटकलें हैं।