महाकुंभ मेला 2025 आज संपन्न हो गया है। इस सफल आयोजन पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि पूरे राज्य में भक्त बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में जा रहे हैं और पूजा-अर्चना कर रहे हैं। आज महाकुंभ का आखिरी दिन है और महाकुंभ के 45 दिनों में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में पवित्र डुबकी लगाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और तकनीकों का एक अभूतपूर्व मॉडल पेश किया है। हमने भीड़ प्रबंधन और निगरानी के लिए विश्व स्तरीय तकनीकों और एआई का इस्तेमाल किया है। सभी एजेंसियों से हमें जो सहयोग मिला, उससे हमें अभूतपूर्व तरीके से प्रदर्शन करने में मदद मिली।
अयोध्या, काशी में भी उमड़े श्रद्धालु
डीजीपी ने कहा कि अयोध्या, वाराणसी और विंध्यवासिनी देवी जैसे धार्मिक स्थलों पर प्रयागराज के दर्शन करने के बाद पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी थी। उन्होंने कहा कि महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के संपन्न हो गया। हमने रेलवे के साथ मिलकर काम किया। हमें पूरा विश्वास था और जैसा कि मैंने पहले कहा, यह हमारे लिए चुनौती नहीं बल्कि अवसर है। हमारे कर्मियों ने 45 दिनों तक जमीन पर काम किया और उससे पहले दो महीने तक प्रशिक्षण लिया। उन्होंने कहा कि हमने कई उदाहरण पेश किए जो आने वाली पीढिय़ों को प्रेरित करेंगे। हमारी सुरक्षा व्यवस्था कुछ और दिनों तक बनी रहेगी, जब तक कि हम अपने सभी उपकरण नष्ट नहीं कर देते। व्यक्तिगत रूप से, यह गर्व की बात है और एक अविस्मरणीय अनुभव है।
सवाल उठाना गलत : जेडीयू
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि कुंभ को लेकर किसी भी दल को सवाल नहीं उठाने चाहिए। आशा से अधिक भीड़ आई है इसमें कोई दो राय नहीं है। ऐसे भव्य आयोजन को हल्के-फुल्के तरीके से नहीं लेना चाहिए। वहीं दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि 144 वर्षों बाद महाकुंभ आया और इस बार 65 करोड़ से अधिक लोगों ने वहां पर स्नान किया। यह बहुत ही शुभ अवसर रहा, देश के लिए जब 65 करोड़ लोग इतने दूर-दराज से कई किलोमीटर पैदल चलकर आए।