हेडिंग्ले में भारत और इंग्लैंड के बीच खेला जा रहा पहला टेस्ट मैच आज अपने पांचवें और आखिरी दिन बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। टीम इंडिया जीत की दहलीज पर खड़ी है और उसे इतिहास रचने के लिए महज 10 विकेट की दरकार है। वहीं, मेजबान इंग्लैंड को जीत के लिए अभी भी 350 रनों की जरूरत है, जिसके लिए उन्हें हेडिंग्ले के 77 साल पुराने रिकॉर्ड को पलटना होगा।
चौथे दिन का खेल खत्म होने तक, भारत द्वारा दिए गए 371 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने बिना कोई विकेट खोए 21 रन बना लिए थे। बेन डकेट और जैक क्राउली क्रीज पर टिके हुए हैं। हालांकि, पांचवें दिन लीड्स की पिच काफी टूट चुकी है और उस पर काफी पैच भी दिख रहे हैं, जिससे स्पिनरों को मदद मिलने की पूरी संभावना है। ऐसे में भारतीय स्पिनर, खासकर रवींद्र जडेजा, अपनी फिरकी से कमाल दिखा सकते हैं।
लीड्स के हेडिंग्ले मैदान का इतिहास देखें तो पिछले 77 सालों में यहां सिर्फ एक बार ही 370 से अधिक रनों का लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया गया है। यह कारनामा डॉन ब्रैडमैन की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने जुलाई 1948 में इंग्लैंड के खिलाफ 404 रन चेज़ करते हुए किया था। यानी, इस मैदान पर चौथी पारी में बड़े लक्ष्य का पीछा करना बेहद मुश्किल रहा है।
भारतीय टीम के लिए यह मैच शुभमन गिल की कप्तानी में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 की शानदार शुरुआत हो सकती है। केएल राहुल और ऋषभ पंत के शानदार शतकों की बदौलत भारत ने दूसरी पारी में इंग्लैंड के सामने एक बड़ा लक्ष्य रखा। अब सारा दारोमदार भारतीय गेंदबाजों पर है कि वे इंग्लैंड के बल्लेबाजों को शुरुआती झटके दें और इस ऐतिहासिक जीत को हासिल करें। पांचवें दिन का पहला सत्र बेहद निर्णायक होगा, जो मैच का रुख तय कर सकता है। क्या इंग्लैंड 77 साल का इतिहास पलटेगा, या टीम इंडिया जीत के साथ सीरीज में बढ़त बनाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा।