हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने न सिर्फ जीत की दहलीज पर कदम रखा है, बल्कि कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं। इस मैच के नायक रहे ऋषभ पंत, जिन्होंने दोनों पारियों में शतक जड़कर विश्व क्रिकेट में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करा लिया है। वहीं, इस टेस्ट में कुल 5 भारतीय बल्लेबाजों के शतक देखने को मिले, जो 93 साल बाद हुआ एक अविश्वसनीय कारनामा है।
पंत का रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन: विश्व के दूसरे विकेटकीपर बने
ऋषभ पंत ने पहली पारी में 134 रन और दूसरी पारी में 118 रन की शानदार पारी खेली। इस प्रदर्शन के साथ वह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दोनों पारियों में शतक लगाने वाले दुनिया के सिर्फ दूसरे विकेटकीपर बन गए हैं। उनसे पहले यह कारनामा केवल जिम्बाब्वे के महान खिलाड़ी एंडी फ्लावर ने 2001 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किया था। पंत की यह उपलब्धि भारतीय क्रिकेट के लिए एक मील का पत्थर है, खासकर जब से उन्हें टेस्ट क्रिकेट का उप-कप्तान बनाया गया है। उनकी आक्रामक और निडर बल्लेबाजी ने भारतीय पारी को मजबूती प्रदान की और टीम को एक विशाल लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद की।
93 साल बाद एक टेस्ट में 5 भारतीय शतकों का इतिहास
इस टेस्ट मैच में पंत के अलावा, शुभमन गिल (पहली पारी में 147), यशस्वी जायसवाल (पहली पारी में 102), और दूसरी पारी में केएल राहुल (137) ने भी शतक जड़े। यह कुल 5 शतक हैं जो भारतीय बल्लेबाजों ने एक ही टेस्ट मैच में लगाए हैं। यह अपने आप में एक अभूतपूर्व उपलब्धि है, क्योंकि 93 साल में यह पहली बार हुआ है जब किसी एक टेस्ट मैच में 5 भारतीय बल्लेबाजों ने शतक बनाए हों। पिछली बार यह रिकॉर्ड 1932 में बना था, जो भारतीय क्रिकेट के शुरुआती दौर का था। यह दर्शाता है कि मौजूदा भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप कितनी मजबूत और गहरी है।
यह मैच भारतीय क्रिकेट इतिहास में कई मायनों में यादगार रहेगा, न केवल जीत की संभावना के कारण, बल्कि इन व्यक्तिगत और टीम रिकॉर्डों के कारण भी। इन शानदार प्रदर्शनों ने इंग्लैंड के लिए 371 रनों का लक्ष्य बेहद चुनौतीपूर्ण बना दिया है और टीम इंडिया अपनी पहली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 सीरीज में शानदार शुरुआत करने के लिए तैयार दिख रही है।