बिहार में क्या फिर सत्ता बदलाव होगा। क्या फिर नीतीश कुमार लालू यादव के साथ जाएंगे। यह सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है क्योंकि 2025 में यहां विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐेसे में पालाबदल का खेल तेज हो सकता है। दरअसल राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने नये साल के मौके पर नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया है। जबकि उनके बेटे तेजस्वी यादव नीतीश की खिलाफत करते रहे हैं। वहीं उनके इस बयान को पलटते हुए लालू प्रसाद यादव ने साफ तौर पर कहा है कि अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से उनके साथ गठबंधन में आते हैं तो उनके लिए हमारे दरवाजे खुले हुए हैं। लालू यादव का यह बयान इसलिए सुर्खियों में है क्योंकि अक्सर मकर संक्रांति के आसपास बिहार की राजनीतिक फिजा बदलती रही है। ऐसे में यह मौसम बिहार की राजनीति के लिए खास रहा है। खास तौर पर खरमास खत्म होने के बाद बिहार की सत्ता में बदलाव होता रहा है।
सारी गलती माफ कर देंगे
बिहार के एक स्थानीय यूट्यब चैनल से बातचीत में लालू प्रसाद यादव ने कहा कि अगर नीतीश कुमार हमारे साथ आते हैं तो क्यों नहीं उनको साथ लेंगे। हमारे साथ रहें और साथ में काम करें। जब उनसे पूछा गया कि नीतीश कुमार अगर आएंगे तो आरजेडी उनसे गठबंधन कर लेगी? तो लालू ने कहा कि हां, उन्हें हम अपने साथ रख लेंगे। सारी गलती माफ कर देंगे, माफ करना ही हमारा फर्ज है।
नीतीश करते रहे हैं इंकार
आरजेडी से हाथ झटकने के बाद नीतीश कुमार बार-बार कहते रहे हैं कि अब वे बीजेपी के साथ ही रहेंगे। अब इधर-उधर जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। हालांकि नीतीश कुमार का इतिहास रहा है कि वे कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। ऐेसे में उनके साथ रहना बीजेपी के लिए भी जरूरी है और आरजेडी के लिए भी उतना ही अहम है। यही वजह है कि लालू ने एक बार नीतीश पर चारा डाला है। हालांकि अभी तक नीतीश का पक्ष सामने नहीं आया है।