लद्दाख के जाने-माने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि ने उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। सोनम वांगचुक को हाल ही में लद्दाख में हुई हिंसक घटनाओं के बाद गिरफ्तार किया गया था। गीतांजलि ने अपनी याचिका में वांगचुक की तत्काल रिहाई की मांग की है और उनकी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताया है।
कोर्ट से हस्तक्षेप करने की गुहार
- गिरफ्तारी का कारण: सोनम वांगचुक को कथित तौर पर लद्दाख में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये विरोध प्रदर्शन लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने और संविधान की छठी अनुसूची को लागू करने की मांगों को लेकर हो रहे थे।
- वांगचुक की भूमिका: सोनम वांगचुक लद्दाख के पर्यावरण और स्थानीय लोगों के अधिकारों के लिए लंबे समय से आवाज उठाते रहे हैं। वह 2024 में 21 दिन की भूख हड़ताल करके भी चर्चा में आए थे, जब उन्होंने केंद्र सरकार से लद्दाख के पर्यावरण और संस्कृति की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया था।
- पत्नी की चुनौती: गीतांजलि ने अपनी याचिका में तर्क दिया है कि उनके पति को मनमाने ढंग से हिरासत में लिया गया है और उनकी गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने कोर्ट से हस्तक्षेप करने और वांगचुक को तुरंत रिहा करने की गुहार लगाई है।
कोर्ट में जल्द सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने गीतांजलि की याचिका पर जल्द सुनवाई करने का संकेत दिया है। यह मामला अब केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और सोनम वांगचुक के बीच अधिकारों और विरोध प्रदर्शनों की वैधता को लेकर एक बड़ी कानूनी लड़ाई का रूप ले चुका है। वांगचुक की रिहाई का मुद्दा लद्दाख में चल रहे स्थानीय विरोध आंदोलनों के लिए भी महत्वपूर्ण है।