कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने डॉ. बी.आर. अंबेडकर की 135वीं जयंती पर कहा कि हमारे पास लाखों करोड़ों रुपए का बजट है। भाजपा शिक्षा के क्षेत्र में बजट बढ़ाने के बजाय बजट काट रही है। इससे पता चलता है कि इन्हें शिक्षा में भी रुचि नहीं है लेकिन बाबा साहब अंबेडकर की रुचि शिक्षा में थी। वे हमेशा कहते थे कि पहले अपने बच्चों को पढ़ाओ।
बाबा साहेब से इतनी नफऱत क्यों है?
खरगे ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि आज संसद के सेंट्रल हॉल में संविधान पिता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को पुष्पांजलि देने प्रधानमंत्री ने आना उचित नहीं समझा। यह वही सेंट्रल हॉल है जहां भारत के संविधान को अपनाया गया था। मोदी जी, आखिर आपको संविधान और बाबा साहेब से इतनी नफऱत क्यों है?
संविधान के प्रावधान को तुष्टिकरण का माध्यम बना दिया
हरियाणा के हिसार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर ने जो सपना देखा था, सामाजिक न्याय के लिए संविधान में जो व्यवस्था की थी, उसको भी छुरा घोंपकर उस संविधान के प्रावधान को तुष्टिकरण का माध्यम बना दिया। कर्नाटक सरकार ने एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकार छीन लिए और धर्म के आधार पर आरक्षण दे दिया। लेकिन बाबा साहब अंबेडकर ने साफ कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाएगा। मोदी ने कहा कि कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति ने मुस्लिम समुदाय को कोई फायदा नहीं पहुंचाया, बल्कि उन्हें नुकसान ही पहुंचाया। कांग्रेस ने सिर्फ कुछ कट्टरपंथियों को खुश करने का विकल्प चुना। बाकी समाज बेहाल रहा, अशिक्षित रहा, गरीब रहा। मोदी ने कहा कि कांग्रेस की इस कुनीति का सबसे बड़ा प्रमाण वक्फ कानून है।