कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संसद में सीआईएसएफ कर्मियों की उपस्थिति पर सवाल उठाया है, जिस पर भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने उन्हें करारा जवाब दिया है। खरगे ने राज्यसभा में सदन के अंदर सीआईएसएफ कर्मियों की तैनाती को लेकर आपत्ति जताई और पूछा, “क्या हम आतंकवादी हैं?” उन्होंने तर्क दिया कि संसद के अंदर सीआईएसएफ की तैनाती से सांसदों को असहज महसूस हो रहा है।
खरगे की इस टिप्पणी पर भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। नड्डा ने कहा, “खरगे जी, अगर आपको संसद की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी नहीं है, तो मुझसे ट्यूशन ले लीजिए।” उन्होंने यह भी कहा कि संसद पर हुए हमले के बाद ही सुरक्षा को लेकर ये कदम उठाए गए हैं और यह सिर्फ सांसदों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है। आपको विपक्ष की भूमिका निभानी नहीं आती, तो मुझसे ट्यूशन ले लो! अभी तो आपको 30-40 साल और विपक्ष में रहना है।
नड्डा ने खरगे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को संसद के नियमों और सुरक्षा प्रोटोकॉल की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से सांसदों की सुरक्षा के लिए उठाया गया कदम है, जिसका राजनीतिकरण करना गलत है। नड्डा ने खरगे को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह के गंभीर मुद्दों पर बोलने से पहले पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए।
यह मुद्दा संसद की सुरक्षा को लेकर चल रही बहस का एक हिस्सा है। पिछले साल, संसद में हुई सुरक्षा चूक के बाद सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया था। इसी के तहत सीआईएसएफ कर्मियों को भी संसद परिसर में तैनात किया गया है, जिस पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है।