वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने सदन को संबोधित करते हुए उन्हें माताजी कह दिया। खरगे ने कहा कि लगता है कि माताजी बोलने में एक्सपर्ट हैं। उनके इतना कहते ही संसद में ठहाके लगने लगे। उन्होंने कहा कि निर्मला सीतारमण कर्नाटक से आती हैं और उम्मीद थी कि उनके राज्य को ज्यादा राशि मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब खरगे के माताजी के संबोधन को बीजेपी ने अपमानजनक बताया है तो वहीं कांग्रेस ने सफाई दी है।
माताजी अम्मा का ही अनुवाद है : कांग्रेस
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य से आते हैं। वहां हर भद्र महिला को सम्मान के साथ अम्मा कहा जाता है तो निर्मला सीतारमण को भी सम्मानित महसूस करना चाहिए। माताजी अम्मा का ही अनुवाद है। ये बजट इस देश की आम जनता के खिलाफ है। मल्लिकार्जुन खरगे ने इसकी जो निंदा की है, मैं उसका समर्थन करता हूं।
बजट सत्र की गरिमा गिराई : रिजिजू
केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया िदेश देखना चाहता है कि बजट पर अच्छी चर्चा हो, सार्थक चर्चा हो, लेकिन कल विपक्ष के कुछ नेताओं ने जिस तरीके से बजट पर बात की जैसा भाषण दिया वो बजट सत्र की गरिमा को गिरा कर इन्होंने सदन का अपमान किया है। कल विपक्ष ने बजट पर कुछ नहीं कहा केवल राजनीति की है। दो चीजें विपक्ष ने कल की हैं, उन्होंने देश के जनादेश का अपमान किया है और पीएम को गाली देने का काम किया है। ये लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। पीएम को गाली देना किसी को शोभा नहीं देता है। मैं संसदीय कार्य मंत्री होने के नाते अपील करता हूं कि बजट सत्र में बजट पर चर्चा होनी चाहिए।