अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के नए मुख्य कोच के रूप में खालिद जमील की नियुक्ति की घोषणा की है। यह फैसला कई महीनों से चल रही तलाश के बाद लिया गया है। खालिद जमील इस पद पर मनोलो मार्केज़ का स्थान लेंगे। खालिद जमील के सामने पहली चुनौती CAFA नेशंस कप में होगी, जहां टीम अपना पहला मैच ताजिकिस्तान के खिलाफ खेलेगी।
13 साल बाद एक भारतीय कोच:
खालिद जमील की नियुक्ति एक ऐतिहासिक कदम है, क्योंकि वह 13 साल बाद भारतीय फुटबॉल टीम के पहले भारतीय कोच बने हैं। उनसे पहले 2011-12 में सावियो मेडेइरा ने भारतीय टीम के कोच का पद संभाला था। यह नियुक्ति देश में फुटबॉल के विकास और भारतीय प्रतिभाओं को मौका देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
कौन हैं खालिद जमील?
48 वर्षीय खालिद जमील का जन्म कुवैत में हुआ था, लेकिन उन्होंने अपना पूरा करियर भारतीय फुटबॉल को समर्पित किया है। उनका कोचिंग करियर शानदार रहा है।
- 2017 आई-लीग विजेता: खालिद जमील ने 2017 में आइजॉल फुटबॉल क्लब को आई-लीग का खिताब दिलाया था, जो भारतीय फुटबॉल के इतिहास की सबसे बड़ी अंडरडॉग कहानियों में से एक है।
- आईएसएल और आई-लीग का अनुभव: जमील को इंडियन सुपर लीग (ISL) और आई-लीग दोनों में कोचिंग का एक दशक से अधिक का अनुभव है। उन्होंने नॉर्थईस्ट यूनाइटेड और जमशेदपुर एफसी जैसी टीमों को भी कोचिंग दी है।
- AIFF कोच ऑफ द ईयर: जमील ने लगातार दो सालों (2023-24, 2024-25) में AIFF द्वारा ‘पुरुष कोच ऑफ द ईयर’ का अवॉर्ड भी जीता है, जो उनकी कोचिंग क्षमताओं का प्रमाण है।