मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने केजरीवाल को “कलंकी” बताते हुए कहा कि उन्हें ध्वस्त करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि केजरीवाल ने अपने मुख्यमंत्री पद का “बेशर्मी” से इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री का पद, जिसे डीजी भी सलाम करता है, जेल जाने के बाद कहते हैं कि कहां लिखा है कि सीएम पद छोड़ना चाहिए, इस्तीफा देना चाहिए।”
मोहन यादव ने इस संदर्भ में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और शिबू सोरेन जैसे पूर्व मुख्यमंत्रियों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने भी जब भी उन पर कोई “कष्ट” आया, तो उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा, “लालू, राबड़ी से लेकर शिबू सोरेन तक किसी भी मुख्यमंत्री ने ऐसी बेशर्मी नहीं दिखाई।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक शराब घोटाले के मामले में जांच का सामना कर रहे हैं। भाजपा नेताओं ने लगातार केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की है, लेकिन आम आदमी पार्टी (आप) ने इन मांगों को खारिज कर दिया है।
मोहन यादव के इस बयान को भाजपा द्वारा आप और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चलाए जा रहे राजनीतिक अभियान का हिस्सा माना जा रहा है। यह बयान भाजपा की रणनीति को दर्शाता है, जिसमें वह भ्रष्टाचार के मुद्दों को उठाकर विपक्षी नेताओं को घेरने की कोशिश कर रही है।
मोहन यादव का यह हमला न केवल केजरीवाल पर है, बल्कि यह विपक्षी दलों पर भी एक तरह का प्रहार है, जिसमें वह यह संदेश देना चाहते हैं कि भाजपा सुशासन और नैतिकता के मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि विपक्षी दल अपने पदों का दुरुपयोग करते हैं।