आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के जंतर-मंतर में जनता की अदालत में भाजपा पर तो कड़े प्रहार किए ही, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से भी 5 सवाल पूछे। उन्होंने पूछा कि क्या भाजपा आज इतनी बड़ी हो गई है कि संघ को ही आंख दिखाने लगे। केजरीवाल ने कहा कि आरएसएस वाले कहते हैं कि हम राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं। मैं पूरे सम्मान के साथ मोहन भागवत से पांच सवाल पूछना चाहता हूं।
केजरीवाल ने पूछे ये सवाल
- 1- जिस तरह से मोदी पार्टियों को तोड़ रहे हैं और देशभर में सरकारों को लालच देकर या ईडी और सीबीआई की धमकी देकर गिरा रहे हैं, क्या यह सही है?
- 2- मोदी ने अपनी पार्टी में सबसे भ्रष्ट नेताओं को शामिल किया है, जिन्हें वे खुद भ्रष्ट कहते हैं, क्या आप ऐसी राजनीति से सहमत हैं?
- 3-भाजपा आरएसएस की कोख से पैदा हुई है, भाजपा को गुमराह न होने देना आरएसएस की जिम्मेदारी है। क्या आपने कभी पीएम मोदी को गलत काम करने से रोका है?
- 4-लोकसभा चुनाव के दौरान जेपी नड्डा ने कहा था कि उन्हें आरएसएस की जरूरत नहीं है। क्या अब बेटा इतना बड़ा हो गया है कि वह मां को ही आंखें दिखाने लगा है? बेटा मातृ संस्था के प्रति अपनी नाराजगी दिखा रहा है। क्या आपको दुख नहीं हुआ जब उन्होंने ऐसा कहा?
- 5-आप लोगों ने कानून बनाया था कि नेता 75 साल के बाद रिटायर हो जाएंगे। आडवाणी, जोशी समेत कई नेताओं को घर बैठा दिया। अमित शाह कह रहे हैं कि यह नियम नरेंद्र मोदी पर लागू नहीं होगा। जो बात आडवाणी जी पर लागू होती है, वह मोदी पर क्यों नहीं लागू होगी?
इसलिए दागे सवाल
दरअसल केजरीवाल भाजपा और मोदी, शाह पर हमलावर हैं। ऐसे में वे चाहते हैं कि बीजेपी की मातृ संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को संशय में डाला जाए। यह जगजाहिर है कि आरएसएस की नाराजगी के कारण ही लोकसभा चुनाव में भाजपा को कम सीटें आईं। ऐसे में केजरीवाल की मंशा भाजपा और आरएसएस में फूट डालने की है। इसलिए केजरीवाल ने मोहन भागवत से ये सवाल पूछे हैं।