अहमदाबाद में विमान हादसे में जहां 265 लोगों की जान चली गई, वहीं एक अविश्वसनीय घटना ने सभी को चौंका दिया। विमान के जमीन से टकराने से ठीक पहले उसमें सवार एकमात्र यात्री रमेश विश्वास कुमार (लगभग 35 वर्षीय) ने अपनी सूझबूझ और बहादुरी से अपनी जान बचा ली। उन्हें मामूली चोटों के साथ अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों और शुरुआती जांच के अनुसार, विमान में लैंडिंग से कुछ क्षण पहले ही गंभीर तकनीकी खराबी आ गई थी और वह अनियंत्रित होकर तेजी से नीचे गिरने लगा था। रमेश विश्वास कुमार, जो पेशे से एक पूर्व सैन्यकर्मी बताए जा रहे हैं, ने पलक झपकते ही स्थिति की भयावहता को भांप लिया। उन्होंने आपातकालीन निकास द्वार के पास अपनी सीट बेल्ट खोली और जैसे ही विमान जमीन से कुछ सौ फीट ऊपर था, उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के विमान से छलांग लगा दी।
पुलिस और बचाव दल के अधिकारियों ने बताया कि रमेश विश्वास कुमार को पास के एक खेत में गिरा हुआ पाया गया। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है और उन्हें कुछ फ्रैक्चर और खरोंचें आई हैं। अस्पताल में रमेश विश्वास कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “यह सब इतना अचानक हुआ कि सोचने का समय नहीं था। मुझे लगा कि यह जान बचाने का मेरा आखिरी मौका है, और मैंने कूदने का फैसला कर लिया।” इस दर्दनाक दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति के रूप में रमेश विश्वास कुमार की बहादुरी की हर तरफ सराहना हो रही है। जहां एक ओर पूरा देश इस भयावह विमान हादसे से सदमे में है, वहीं रमेश विश्वास कुमार की यह अविश्वसनीय कहानी लोगों को कुछ हद तक राहत और आश्चर्यचकित कर रही है।