अभिनेता जॉन अब्राहम एक बार फिर बड़े पर्दे पर धमाल मचाने को तैयार हैं। उनकी आने वाली फिल्म द डिप्लोमैट कल यानि 14 मार्च को होली के दिन सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। इस फिल्म में जॉन एक भारतीय राजनायिक की भूमिका में नजर आएंगे। शिवम नायर के निर्देशन में बनी यह फिल्म लंबे समय से सुर्खियों में है। हिंदी फिल्म द डिप्लोमैट एक रोमांचक और संवेदनशील कहानी है। यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है, जो भारतीय राजनयिक जेपी सिंह के जीवन से प्रेरित है।
ऐसे हुई कहानी की शुरुआत
फिल्म की कहानी एक भारतीय राजनयिक जेपी सिंह के इर्द-गिर्द घूमती है, जिनकी जिंदगी तब पूरी तरह बदल जाती है। उज्मा अहमद नाम की एक भारतीय महिला पाकिस्तानी दूतावास में शरण लेने आती है। उज्मा की कहानी दिल दहला देने वाली है। उसे पाकिस्तान में जबरन शादी के लिए मजबूर किया गया था और उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त किया गया। जेपी सिंह उज्मा की मदद करने का फैसला करते हैं और उसे सुरक्षित भारत वापस लाने के लिए एक मिशन पर निकलते हैं। यह मिशन आसान नहीं रहा, क्योंकि उन्हें पाकिस्तानी अधिकारियों और अन्य बाधाओं का सामना करना पड़ा। जेपी के आगे क्या मुसीबतें आईं, यह देखने के लिए आपको सिनेमाघरों का रुख करना पड़ेगा।
सच्ची घटनाओं पर आधारित
फिल्म की कहानी सच्ची घटना पर आधारित है। द डिप्लोमैट मानवीय संवेदनाओं और साहस की भी कहानी है। यह फिल्म दिखाती है कि कैसे एक व्यक्ति दूसरे की मदद करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल सकता है। उज्मा की कहानी उन सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो हिंसा और उत्पीडऩ का शिकार होती हैं। फिल्म का निर्देशन शिवम नायर ने किया है, जिन्होंने इसे एक रोमांचक और संवेदनशील फिल्म बनाया है। इस फिल्म में तब की केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने भी उनकी मदद की थी। फिल्म देशभक्ति के साथ एक मानवीय संवेदनाओं को भी दर्शाती है।