हरियाणा को प्रदूषण से कोई राहत नहीं मिल पाई है। दीवाली बीतने के बाद भी देश के 8 सबसे प्रदूषित शहरों में हरियाणा के दो शहर जींद व करनाल शामिल हैं। जींद में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 337 व करनाल में 303 रिकॉर्ड किया गया। सोनीपत का एक्यूआई भी बेहद खराब श्रेणी स्तर 298 तक पहुंच गया। देश में सबसे प्रदूषित शहर पंजाब का अमृतसर है, जहां का एक्यूआई 368 दर्ज किया गया। एक नवंबर को अंबाला देश में सबसे प्रदूषित शहर था, जहां का एक्यूआई 367 पहुंच गया था। गुरुग्राम का एक्यूआई 309 और कुरुक्षेत्र का 306 था। 24 घंटे बाद तीनों ही शहरों में हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सुधार आया है। अंबाला का एक्यूआई 168, गुरुग्राम का 209 और कुरुक्षेत्र का 252 दर्ज किया गया। विशेषज्ञों के मुताबिक प्रदूषण का स्तर अभी और बढ़ सकता है। हरियाणा सरकार ने किसानों से पराली न जलाने की अपील की है।
तीन दिन में पराली जलने के 96 मामले
हरियाणा में 31 अक्टूबर से 2 नवंबर के बीच पराली जलाने के 96 मामले आए। 31 अक्टूबर को 42, एक नवंबर को 35 और दो नवंबर को 19 मामले आए। पंजाब में इन तीन दिन में 1450 मामले आ चुके हैं। पड़ोसी राज्य में पराली जलाने के मामलों में आई तेजी भी हरियाणा में प्रदूषण बढऩे का कारण माना जा रहा है। हरियाणा सरकार ने किसानों से फिर पराली नहीं जलाने की अपील की है। पराली नहीं जलाने वाले को एक हजार रुपये प्रति एकड़ का प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके लिए किसान 30 नवंबर तक विभागीय पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।