जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के राजनीतिक अवसरवादिता के आरोप का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इंडिया गठबंधन का नेतृत्व को हड़पना चाहती थी। उन्होंने कहा कि ये पार्टी अछूत हो चुकी थी, लेकिन हमने उसे मुख्यधारा में लाकर एक्सेटेबल बनाया। उन्होंने कहा कि 29 दिसंबर को अशोका होटल में बैठक हुई थी, उसमें खरगे का नाम सुझाया गया था। जबकि मुंबई की बैठक में तय हुआ था कि बगैर किसी का चेहरा सामने किए गठबंधन काम करेगा। ममता ने कहा था कि किसी का नाम प्रस्तावित नहीं होगा। कांग्रेस की साजिश के तहत ममता बनर्जी को आगे करके खरगे का नाम बढ़ाया गया, जिसे खुद खरगे ने खारिज कर दिया।
कांग्रेस से लडक़र आगे बढ़़े
केसी त्यागी ने कहा कि जितनी भी क्षेत्रीय पार्टियां हैं, उन्होंने कांग्रेस से लडक़र अपना स्थान बनाया है। कांग्रेस अस्तित्व से जूझ रही है। लोकसभा चुनाव में नेता प्रतिपक्ष लायक भी नहीं बचे थे। इसलिए क्षेत्रीय पार्टियों को खत्म करना चाहती है। इसी कारण टिकट वितरण में देरी करते रहे। वे भाजपा की ताकत को कम करके आंक रहे हैं। हम उनके साथ रहेंगे। प्रधानमंत्री की लोकप्रियता है, इसलिए हम मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मप्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक, असम के जो कांग्रेस के राज हैं, उनमें किसी भी पार्टी के साथ सीटों का तालमेल नहीं किया। लेकिन क्षेत्रीय दल की भूमि पर डाका डालने की कोशिश कर रहे हैं। बिहार, महाराष्ट्र में उनके पास एक सीट है। कई राज्यों में यही स्थिति है, लेकिन सीटें उन्हें ज्यादा चाहिए। त्यागी ने कहा कि कांग्रेस का गठबंधन कहीं नहीं हो पाएगा। चाहे महाराष्ट्र हो तमिलनाडु, बिहार या उप्र हो।
जदयू ने बोला कांग्रेस पर हमला.. इंडिया गठबंधन के अंदर की बात बताई
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