श्रीनगर एयरपोर्ट पर 26 जुलाई को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्पाइसजेट के चार कर्मचारियों पर जानलेवा हमला किया। इस हमले में एक कर्मचारी की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर और दूसरे के जबड़े में गंभीर चोटें आई हैं। यह घटना तब हुई जब कर्मचारियों ने अधिकारी से अतिरिक्त केबिन बैगेज के लिए शुल्क देने को कहा। एयरलाइन ने सरकार को पत्र लिखकर इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
स्पाइसजेट ने इस घटना को “जानलेवा हमला” बताते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय को एक पत्र लिखा है। एयरलाइन के अनुसार, अधिकारी दो केबिन बैग ले जा रहा था, जिनका वजन 16 किलोग्राम था, जो कि अनुमत सीमा 7 किलोग्राम से दोगुने से भी ज्यादा था। जब कर्मचारियों ने उन्हें अतिरिक्त शुल्क देने के लिए कहा, तो उन्होंने मना कर दिया और बिना बोर्डिंग प्रक्रिया पूरी किए जबरन एयरोब्रिज में घुसने की कोशिश की।
सीआईएसएफ के अधिकारियों ने उन्हें रोका और वापस गेट पर लाए, लेकिन वहां अधिकारी ने हिंसक रूप ले लिया और कर्मचारियों पर हमला कर दिया। स्पाइसजेट के प्रवक्ता के अनुसार, अधिकारी ने लात-घूंसे, और यहां तक कि एक कतार के स्टैंड से भी कर्मचारियों पर हमला किया। हमले में एक कर्मचारी बेहोश हो गया, लेकिन अधिकारी ने उसे लात मारना जारी रखा।
एयरलाइन ने इस मामले में स्थानीय पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है और आरोपी को ‘नो-फ्लाई लिस्ट’ में डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्पाइसजेट ने सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को सौंप दिया है। इस घटना के बाद, भारतीय सेना ने भी संज्ञान लिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं।