भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अपनी घातक यॉर्कर और रफ्तार भरी गेंदों से दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाजों के होश उड़ा देते हैं। लेकिन, इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में, जिस बुमराह से गेंदबाज खौफ खाते हैं, उसी बुमराह ने अपनी बल्लेबाजी से एक ऐसा शर्मनाक रिकॉर्ड बना दिया है, जो किसी भी खिलाड़ी के लिए बुरा सपना होगा।
जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी पिछली सात पारियों में से छह बार शून्य (डक) पर आउट होकर एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम किया है। लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में भी वह बिना खाता खोले आउट हो गए। उनकी पिछली सात टेस्ट पारियों के स्कोर कुछ इस प्रकार हैं: 0, 0, 22, 0, 0, 0, 0। यह दर्शाता है कि टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी करते हुए उनके बल्ले पर मानो जंग-सा लग गया है।
हालांकि, यह सच है कि जसप्रीत बुमराह का मुख्य काम गेंदबाजी करना है और वह इसमें लाजवाब प्रदर्शन कर रहे हैं। लॉर्ड्स में इंग्लैंड की पहली पारी में भी उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए 74 रन देकर 5 विकेट झटके, जिसमें जो रूट का महत्वपूर्ण विकेट भी शामिल था।
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने वाले भारतीयों की सूची में भी बुमराह अब तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। लॉर्ड्स टेस्ट में 0 पर आउट होने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके नाम यह 35वां डक जुड़ गया है। इसी के साथ उन्होंने सचिन तेंदुलकर (34) और रोहित शर्मा (34) जैसे दिग्गजों को भी इस शर्मनाक सूची में पीछे छोड़ दिया है।
क्रिकेट एक टीम गेम है, और निचले क्रम के बल्लेबाजों से भी कुछ रनों के योगदान की उम्मीद की जाती है, खासकर टेस्ट जैसे लंबे फॉर्मेट में। ऐसे में बुमराह के बल्ले से रन न निकलना टीम के लिए चिंता का विषय हो सकता है, खासकर जब मैच करीबी हो। हालांकि, उनका मुख्य काम विकेट लेना है, और उसमें वे लगातार सफल हो रहे हैं।