भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम के बीच ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम संघर्ष करती नजर आ रही है। लेकिन इस संघर्ष के बीच भारतीय टीम को एक बार फिर से उस खिलाड़ी ने बचाया है जिस खिलाड़ी को लेकर यह कहा जाता है कि यह खिलाड़ी हमेशा टुकड़ों में प्रदर्शन करता है, और उस खिलाड़ी का नाम रविंद्र जडेजा है।
ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी रवींद्र जडेजा उस वक्त बल्लेबाजी करने आए जब भारतीय टीम का स्कोर 74 रनों पर पांच विकेट हो गया था। और रविंद्र जडेजा ने केएल राहुल के साथ 67 रनों की शानदार साझेदारी की। जडेजा ने 123 गेंद में 77 रनों की शानदार पारी खेली जिसमें 7 चौके और 1 छक्का शामिल है।
रविंद्र जडेजा को पर्थ और फिर उसके बाद एडिलेड दोनों ही टेस्ट मैचों में प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी। इस टेस्ट मैच में जडेजा को प्लेइंग 11 में जगह नही मिली। और जब टीम इंडिया को उनकी बल्लेबाजी की सबसे ज्यादा जरूरत थी तब रविंद्र जडेजा ने शानदार प्रदर्शन करके एक बार फिर से दिखाया कि क्यों विदेशी दौरों पर रविंद्र जडेजा बल्लेबाजी में हमेशा टीम इंडिया के लिए बड़ी पारियां खेलते हैं।