उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर का दौरा किया, जहां उन्होंने मां पाटेश्वरी देवी मंदिर में दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने बच्चों को चॉकलेट बांटी और मंदिर की गौशाला में गायों को गुड़ और चारा भी खिलाया।
‘गजवा-ए-हिंद’ पर कड़ी टिप्पणी
बलरामपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘गजवा-ए-हिंद’ के नारे और देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले तत्वों पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा:
“कुछ लोग भारत में रहते हैं, लेकिन गजवा-ए-हिंद का नारा देकर भारत के अंदर देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। गजवा-ए-हिंद भारत की धरती पर नहीं होगा, भारत की धरती महापुरुषों की भूमि है, यह देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले महापुरुषों के आदर्शों से संचालित होगी। गजवा-ए-हिंद की कल्पना करना, इसके बारे में सपना देखना भी जहन्नुम में जाने का टिकट बन जाएगा।”
उन्होंने ऐसे तत्वों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग छद्म रूप में भी इस प्रकार की गतिविधि में लिप्त हैं, वे कान खोलकर सुन लें कि “देर-सवेर छांगुर जैसे हाल उनके भी होने हैं।”
विकास में बाधा डालने वालों को चेतावनी
मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों में बाधा डालने वाले और अराजकता फैलाने वाले तत्वों को भी सख्त चेतावनी दी।
उन्होंने कहा, “एक तरफ विकास अनवरत गति से हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे तत्व भी हैं जो विकास में बाधा डाल रहे हैं… वे त्योहारों के दौरान व्यवधान उत्पन्न करना चाहते हैं, अराजकता को वे अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानते हैं।”
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि “यदि आप विकास में बाधा बनेंगे, यदि आप व्यवधान और अराजकता के माध्यम से विकास योजनाओं को बाधित करेंगे, तो आप यह मानकर चलें कि यही विकास सबसे पहले आपके विनाश का कारण बनेगा।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि कोई त्योहारों और उत्सवों के दौरान व्यवधान उत्पन्न करने का प्रयास करेगा, तो उसे इस व्यवधान की कीमत चुकानी पड़ेगी, “जिसे उसकी आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी।”