गाजा में शांति बहाली की अमेरिकी कोशिशों के बावजूद, इजरायल ने गाजा पट्टी पर अपने हवाई हमले जारी रखे हैं। ये हमले ऐसे समय हो रहे हैं, जब हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘गाजा शांति योजना’ पर बातचीत शुरू करने के लिए सहमति जताई है।
हमलों में 6 मौतें:
खबरों के अनुसार, इजरायली हमलों में कम से कम 6 फलस्तीनी मारे गए हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है। ट्रंप ने इजरायल से सार्वजनिक रूप से गाजा पर बमबारी रोकने की अपील की थी ताकि बंधकों की सुरक्षित रिहाई का रास्ता साफ हो सके। इजरायल द्वारा इस अपील को दरकिनार कर हमला जारी रखना, शांति प्रक्रिया के प्रति उसकी अनिच्छा को दर्शाता है।
हमास बातचीत को तैयार:
हमास ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 20-सूत्री शांति योजना पर सहमति व्यक्त की है। हमास ने कहा है कि वह समझौते के तहत सभी शेष इजरायली बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है।
- हमास की मुख्य शर्त है कि इजरायल गाजा से अपनी सेना हटाए और युद्ध को समाप्त करे।
- हमास ने गाजा का प्रशासन फिलिस्तीनी टेक्नोक्रेटों के एक स्वतंत्र निकाय को सौंपने की भी सहमति दी है।
शांति योजना पर गतिरोध:
ट्रंप की योजना को इजरायल और कुछ अरब देशों का समर्थन मिला है, लेकिन कई विश्लेषकों का मानना है कि यह योजना इजरायल के पक्ष में अधिक है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने योजना के पहले चरण (बंधकों की रिहाई) को लागू करने की तैयारी दिखाई है, लेकिन फिलिस्तीन राष्ट्र के निर्माण जैसे कुछ प्रमुख मुद्दों पर असहमति जताई है।
फिलहाल हमास और इजरायल के बीच शांति समझौते की शर्तों को अंतिम रूप देने के लिए मध्यस्थता वार्ता चल रही है। गाजा पर हमले जारी रहने से यह प्रक्रिया जटिल बनी हुई है।