मध्य पूर्व में तनाव उस समय चरम पर पहुँच गया जब इजराइल ने ईरान के कई सैन्य और परमाणु ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए। इजरायली रक्षा बल ने एक बयान जारी कर पुष्टि की कि यह हमला ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत किया गया है, जिसका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम और सैन्य क्षमताओं को निशाना बनाना है। इजरायली लड़ाकू विमानों ने तेहरान, इस्फहान और अन्य क्षेत्रों में सटीक हमले किए। तेहरान में कई जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिससे राजधानी में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। ईरान के सरकारी टेलीविजन ने भी धमाकों की पुष्टि की है और बताया कि देश की वायु रक्षा प्रणाली पूरी तरह से अलर्ट पर है। इजराइल का दावा है कि ईरान के पास कुछ ही दिनों में 15 परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त सामग्री है और इसी खतरे को देखते हुए यह पूर्वव्यापी हमला किया गया है। वहीं ईरान ने भी जवाबी हमले करने का दावा किया है।
रेवोल्यूशनरी गार्ड फोर्स के प्रमुख की मौत होने की भी खबर
हमले के तुरंत बाद, इजरायली रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने देश भर में विशेष आपातकाल की घोषणा की है, यह आशंका जताते हुए कि ईरान मिसाइल और ड्रोन से जवाबी हमला कर सकता है। तेल अवीव सहित इजराइल के कई शहरों में एयर रेड सायरन बजते हुए सुने गए। ईरान ने इजराइल के इस हमले को एक गंभीर उकसावा बताया है और कठोर और निर्णायक जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड फोर्स के प्रमुख की हमले में मौत होने की भी खबर है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है। अमेरिका ने इस हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। इस हमले के बाद वैश्विक तेल कीमतों में उछाल आया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में चिंता का माहौल है। यह घटना मध्य पूर्व में एक बड़े संघर्ष की आशंका को बढ़ा रही है।