देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) में बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द होने और यात्रियों को हुई भारी परेशानी के बाद, नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने कड़ा कदम उठाया है। डीजीसीए ने एयरलाइन के ऑपरेशन और सुरक्षा मानकों की निगरानी के लिए जिम्मेदार चार फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टरों (FOI) को निलंबित कर दिया है।
कार्रवाई का कारण: निगरानी में लापरवाही
डीजीसीए ने यह कार्रवाई इसलिए की है क्योंकि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि:
- इन चारों निरीक्षकों ने एयरलाइन के संचालन और सुरक्षा मानकों की निगरानी तथा निरीक्षण में गंभीर लापरवाही बरती।
- इन अधिकारियों की निगरानी में चूक के कारण ही इंडिगो पायलटों के ड्यूटी और रेस्ट के नए सख्त नियमों के अनुरूप अपनी परिचालन योजना को प्रभावी ढंग से लागू नहीं कर पाई।
- इस लापरवाही का नतीजा यह हुआ कि दिसंबर की शुरुआत से इंडिगो को अपनी हजारों उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जिससे देश भर के यात्रियों को भीषण असुविधा का सामना करना पड़ा।
सीईओ एल्बर्स की पेशी
यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पीटर एल्बर्स को डीजीसीए द्वारा गठित एक उच्च-स्तरीय जांच समिति के समक्ष लगातार दूसरे दिन (शुक्रवार को) पेश होने के लिए तलब किया गया है।
- गुरुवार को भी एल्बर्स से एयरलाइन में आई परिचालन संबंधी गंभीर गड़बड़ी के कारणों और भविष्य में उठाए जाने वाले सुधारात्मक कदमों पर विस्तृत पूछताछ की गई थी।
- डीजीसीए ने अब इंडिगो के संचालन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए उसके मुख्यालय में विशेष ओवरसाइट टीमें तैनात कर दी हैं, जो रोज़ाना शाम को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी।
डीजीसीए की यह कार्रवाई स्पष्ट संकेत देती है कि विमानन सुरक्षा और परिचालन मानकों की निगरानी में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एयरलाइन को संकट से निपटने के लिए पहले ही 5 प्रतिशत तक उड़ानें कम करने का आदेश दिया जा चुका है और प्रभावित यात्रियों के लिए मुआवजे की भी घोषणा की गई है।


