13 अप्रैल 1984 को भारतीय क्रिकेट टीम ने शारजाह में पाकिस्तान को 54 रन से हराकर पहली बार एशिया कप जीता था। यह एशिया कप का पहला संस्करण था और इसमें भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ने भाग लिया था। भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने दोनों मैच जीते और चैंपियन बना। फाइनल में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 46 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 188 रन बनाए थे। लग रहा था कि पाकिस्तान इस लक्ष्य को पा लेगा लेकिन पाकिस्तान की टीम 39.4 ओवर में 134 रन पर आलआउट हो गई थी। सुरिंदर खन्ना को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था। उन्होंने फाइनल में 56 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी और पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 107 रन बनाए थे, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया। रवि शास्त्री ने टूर्नामेंट में सर्वाधिक 4 विकेट लिए थे।
भारत की दबदबे की शुरुआत
1982 में भारत ने विश्व कप जीतकर सबको चौंका दिया था। भारत के स्वर्णिय युग की शुरुआत हो चुकी थी। लेकिन इस बीच विश्व विजेता टीम को हार का भी सामना करना पड़ा। ऐसे में एशिया कप की जीत बेहद खास रही। इसने एशिया कप में भारत के दबदबे की शुरुआत की। भारत ने सर्वाधिक 8 बार एशिया कप का खिताब जीता है।
युद्ध की तरह होता था मैच
80-90 के दशक में भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाला मैच किसी युद्ध की तरह होता था। हाईवोल्टेज मुकाबल में दोनों देश एक-दूसरे को हराने के लिए जी-जान लगा देते थे। हर एक बॉल पर करोड़ों लोगों की निगाह होती थी। लोग टीवी के साथ रेडियो पर भी कमेंट्री सुना करते थे।