भारत ने दुबई में न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीत ली। यह भारत की सातवीं आईसीसी ट्रॉफी और तीसरी चैंपियंस ट्रॉफी है। भारत ने न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का 2025 अपने नाम कर लिया जो देश की टीम की सातवीं आईसीसी ट्रॉफी है। यह भारत का तीसरा चैंपियंस ट्रॉफी खिताब भी है। भारत विश्व क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक रहा है जिसने लगातार नॉकआउट चरणों में जगह बनाई है। 2003 वनडे विश्व कप, 2017 चैंपियंस ट्रॉफी, 2023 वनडे विश्व कप और 2019-21 और 2021-23 चक्र में दो बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में प्रवेश करना शामिल है। ऑस्ट्रेलिया सभी प्रारूपों में सबसे सफल टीम है जिसने वैश्विक क्रिकेट टूर्नामेंट में उसकी ट्रॉफियों की संख्या 10 है।
- 1983 वनडे विश्व कप : भारत की यह वैश्विक क्रिकेट में पहली जीत थी जिसमें कपिल देव की टीम ने लॉड्र्स में कम स्कोर वाले फाइनल में मजबूत वेस्टइंडीज को हराया।
- 2002 चैंपियंस ट्रॉफी : भारत ने सौरव गांगुली की कप्तानी में अजेय रहते हुए फाइनल में प्रवेश किया लेकिन कोलंबो में लगातार बारिश के कारण भारत और मेजबान श्रीलंका को ट्रॉफी साझा करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
- 2007 आईसीसी विश्व टी20 : एमएस धोनी के नेतृत्व वाली एक युवा टीम ने इतिहास रच दिया। उन्होंने टूर्नामेंट के शुरूआती चरण में रोमांचक फाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर ट्रॉफी हासिल की।
- 2011 वनडे विश्व कप : धोनी की टीम ने मुंबई में फाइनल में श्रीलंका को छह विकेट से हराकर 28 साल के लंबे इंतजार के बाद अपना दूसरा 50 ओवर का विश्व कप जीता। सचिन तेंदुलकर सभी के आकर्षण का केंद्र रहे।
- 2013 चैंपियंस ट्रॉफी : धोनी की टीम ने एजबेस्टन में बारिश से बाधित फाइनल में इंग्लैंड को हराया। कम स्कोर वाले इस मैच में रविंद्र जडेजा ने 25 गेंद में 35 रन बनाकर भारत को सात विकेट पर 129 रन के स्कोर पर पहुंचाया। धोनी की रणनीतिक सूझबूझ और क्षेत्ररक्षकों को सजाने की उनकी प्रतिभा ने उन्हें पांच रन से जीत दिलाई।
- 2024 टी20 विश्व कप : विराट कोहली और रोहित शर्मा खेल के छोटे प्रारूप में संन्यास लेने के कगार पर थे। रोहित और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को कुछ महीने पहले घरेलू मैदान पर 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में हारने की निराशा से खिलाडिय़ों को बाहर निकालने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ संयम से दबाव से निपटते हुए सात रन से जीत दर्ज कर दूसरी बार ट्रॉफी अपने नाम की।