माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सत्या नडेला ने भारतीय अर्थव्यवस्था और तकनीकी विकास को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। नडेला ने कहा है कि भारत के पास यह क्षमता है कि वह 2030 तक आर्थिक विकास दर में अमेरिका को पीछे छोड़ सकता है और दुनिया में सबसे बड़ी डेवलपर कम्युनिटी (Developer Community) बन सकता है।
2030 तक भारत की आर्थिक महाशक्ति बनने की संभावना
सत्या नडेला ने बुधवार को बैंगलोर में एक कार्यक्रम के दौरान यह टिप्पणी की। उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था की तेजी से हो रही वृद्धि की सराहना की और इसके डिजिटल परिवर्तन पर जोर दिया।
- अर्थव्यवस्था में वृद्धि: नडेला का मानना है कि भारत की आर्थिक गति, विशेष रूप से डिजिटल अर्थव्यवस्था (Digital Economy) और तकनीकी क्षेत्र में, इतनी मजबूत है कि यह अगले कुछ वर्षों में दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में से एक बन जाएगा।
- टेक टैलेंट: उन्होंने भारत के विशाल और युवा तकनीकी प्रतिभा पूल की तारीफ की, जिसे वह देश की सबसे बड़ी ताकत मानते हैं।
AI और डेवलपर कम्युनिटी का भविष्य
नडेला ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म्स जैसे गिटहब (GitHub) में भारत की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया।
- गिटहब (GitHub) पर दबदबा: नडेला ने बताया कि वर्तमान में अमेरिका के बाद भारत दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी डेवलपर कम्युनिटी है। हालाँकि, उन्होंने भविष्यवाणी की है कि भारत 2030 तक इस मामले में अमेरिका को पछाड़ देगा और दुनिया में सबसे ज्यादा कोडर्स वाला देश बन जाएगा।
- AI का प्रभाव: नडेला ने कहा कि AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) किसी भी अन्य टेक्नोलॉजी की तुलना में अधिक तेजी से समाज और अर्थव्यवस्था को बदल रहा है। उनका मानना है कि AI और अन्य क्लाउड तकनीकें (Cloud Technologies) भारत में विकास के नए रास्ते खोलेंगी।
- कस्टमर-केंद्रित AI: उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि AI को ग्राहक-केंद्रित (Customer-Centric) होना चाहिए, जो नवाचार (Innovation) को बढ़ावा दे और स्थानीय आवश्यकताओं को पूरा करे।
भारत का डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI)
नडेला ने भारत के डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI), जैसे आधार (Aadhaar) और UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) की वैश्विक स्तर पर सराहना की। उन्होंने कहा कि इन प्लेटफॉर्म्स ने देश में वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) और डिजिटल लेनदेन को अभूतपूर्व रूप से बढ़ावा दिया है। माइक्रोसॉफ्ट सीईओ का यह बयान भारत की टेक इंडस्ट्री और आर्थिक भविष्य के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है।


