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    फ्रांस से 26 राफेल मरीन लड़ाकू विमान खरीदेगा भारत.. जानें क्या हैं विशेषताएं और मारक क्षमता

    भारत ने फ्रांस से 26 राफेल मरीन लड़ाकू विमान खरीदने के लिए मेगा डील को मंजूरी दे दी है। यह बहुत बड़ा कदम माना जा रहा है। 63,000 करोड़ रुपये से अधिक के इस सरकारी सौदे पर जल्द ही हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस सौदे के तहत भारतीय नौसेना को 22 सिंगल-सीटर और चार ट्विन-सीटर विमान मिलेंगे। व्यापक परीक्षणों के बाद बोइंग एफ/ए-18 सुपर हॉर्नेट पर राफेल एम को चुना गया है। डिलीवरी अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के लगभग 48 महीनों के बाद शुरू होने की उम्मीद है। पहला बैच 2029 के अंत तक आ जाएगा।

    मिग-29के लड़ाकू विमानों की जगह लेगा

    राफेल एम को भारत के विमान वाहक पोतों, आईएनएस विक्रमादित्य और स्वदेशी रूप से निर्मित आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया जाएगा, जो पुराने हो रहे मिग-29के लड़ाकू विमानों की जगह लेंगे। राफेल मरीन का अधिग्रहण भारत की नौसेना विमानन क्षमताओं को बढ़ाने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

    मुख्य विशेषताएं और क्षमताएं

    • विमान वाहक अनुकूलता: शॉर्ट टेक-ऑफ बट अरेस्टेड रिकवरी (STOBAR) (जैसे भारत के आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत) और कैटापुल्ट असिस्टेड टेक-ऑफ बट अरेस्टेड रिकवरी (CATOBAR) (जैसे फ्रांसीसी विमान वाहक चार्ल्स डी गॉल) संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें प्रबलित अंडर कैरिज, एक अरेस्टर हुक और स्की-जंप टेकऑफ़ के लिए एक “जंप स्ट्रट” नोजव्हील है।
    • ओमनीरोल फाइटर: एक साथ कई तरह के मिशनों को अंजाम देने में सक्षम, जिसमें हवाई श्रेष्ठता, हस्तक्षेप, हवाई टोही, जमीनी समर्थन, गहराई से हमला, एंटी-शिप स्ट्राइक और परमाणु प्रतिरोध शामिल हैं।
    • उन्नत एवियोनिक्स: RBE2 AESA रडार, फ्रंट सेक्टर ऑप्ट्रोनिक्स (FSO) और SPECTRA इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम जैसी सुविधाओं से बेहतर स्थितिजन्य जागरूकता और जीवित रहने की क्षमता मिलती है।
    • शक्तिशाली इंजन: दो SNECMA M88 टर्बोफैन इंजन से लैस, जो उच्च गति (Mach 1.8 तक) और लंबी परिचालन सीमा की अनुमति देता है। इसमें सुपरक्रूज क्षमता (आफ्टरबर्नर के बिना सुपरसोनिक उड़ान) भी है।
    • हथियार ले जाने की क्षमता: कई हार्डपॉइंट पर महत्वपूर्ण पेलोड (9.5 टन तक) ले जा सकता है, जिसमें विभिन्न प्रकार की हवा-से-हवा में मार करने वाली मिसाइलें (जैसे उल्का और MICA), हवा-से-जमीन पर मार करने वाले हथियार (जैसे SCALP और HAMMER), एंटी-शिप मिसाइलें (जैसे एक्सोसेट) और लेजर-निर्देशित बम शामिल हैं। इसमें एक आंतरिक 30 मिमी तोप भी है।
    • IAF राफेल के साथ समानता: भारतीय वायुसेना के राफेल जेट के साथ महत्वपूर्ण प्रतिशत (लगभग 80%) घटकों को साझा करता है, जिससे रखरखाव को सुव्यवस्थित करने और लागत कम करने में मदद मिलेगी।
    • विमान वाहक संचालन के लिए उन्नत सुरक्षा: हेड-अप डिस्प्ले में समर्पित अप्रोच सिम्बोलॉजी और गिरफ्तार लैंडिंग के दौरान पायलटों की सहायता के लिए एक अभिनव पावर मैनेजमेंट सिस्टम है।
    • जंग प्रतिरोध: कठोर समुद्री वातावरण का सामना करने के लिए उन्नत समग्र सामग्री और जंग प्रतिरोधी मिश्र धातुओं से निर्मित।
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