भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार जारी है और इस बीच पाकिस्तानी नौसेना भारतीय नौसेना की क्षमताओं को लेकर घबराहट में दिख रही है। पाकिस्तान ने अपने कराची बंदरगाह और अन्य महत्वपूर्ण समुद्री ठिकानों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए दो दिवसीय व्यापक नौसैनिक अभ्यास किया है। यह अभ्यास ऐसे समय में हुआ है जब भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खुले तौर पर कहा है कि अगर पाकिस्तान भविष्य में कोई आक्रामकता दिखाता है, तो भारत अपनी नौसेना की फायरपावर का इस्तेमाल करेगा।
भारत का ऑपरेशन ट्राइडेंट और पाकिस्तान का डर
पाकिस्तान के मन में भारतीय नौसेना का डर 1971 के युद्ध से ही बैठा हुआ है, जब भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन ट्राइडेंट के तहत कराची बंदरगाह पर हमला कर उसे भारी नुकसान पहुंचाया था। इस ऑपरेशन में भारतीय नौसेना ने बिना किसी नुकसान के पाकिस्तानी नौसेना के कई युद्धपोतों को डुबो दिया था और कराची के तेल डिपो में आग लगा दी थी, जो सात दिनों तक जलता रहा। इस ऐतिहासिक जीत को चिह्नित करने के लिए भारत हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाता है। पाकिस्तान की नौसेना भारत के मुकाबले काफी कमजोर है और हालिया संघर्ष के दौरान भारत ने अपने एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत से अरब सागर को ब्लॉक कर दिया था। भारतीय नौसेना से घबराई पाकिस्तान की नौसेना असममित खतरों से लडऩे के नाम पर बंदरगाहों और तटों पर अभ्यास कर रही है।
वर्तमान स्थिति और पाकिस्तान की चिंता
भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन सिंदूर नामक एक सैन्य अभ्यास किया, जिसमें आईएनएस विक्रांत जैसे विमानवाहक पोत के साथ भारतीय बेड़ा कराची के करीब तक पहुंच गया था। इस दौरान भारतीय नौसेना ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह कराची और मकरान तट पर स्थित अन्य लक्ष्यों को निशाना बनाने की पूरी क्षमता रखती है। भारतीय नौसेना के इस शक्ति प्रदर्शन ने पाकिस्तान को अपनी समुद्री सुरक्षा पर गंभीरता से विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। पाकिस्तानी नौसेना के डायरेक्टर जनरल पब्लिक रिलेशंस कमोडोर अहमद हुसैन के अनुसार, हालिया अभ्यास का उद्देश्य महत्वपूर्ण समुद्री बुनियादी ढांचे की मजबूत रक्षा सुनिश्चित करने के लिए रणनीति और प्रक्रियाओं को परिष्कृत करना था। इस अभ्यास में पीएन फ्लीट इकाइयों, पाक मरीन, एसएसजी (नेवी) और नौसेना विमानन संपत्तियों ने समन्वय से काम किया।
पाकिस्तान अब एक नया प्लान बनाने में जुटा
पाकिस्तान को यह भी डर है कि भारत 2019 की एयरस्ट्राइक की तरह इस बार नौसेना हमला कर सकता है। इसी डर के कारण, पाकिस्तान ने अपने कराची नौसेना बेस की सुरक्षा के लिए एफ-16 फाइटर जेट्स भी तैनात किए हैं, हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि नौसेना हमलों को रोकने में ये जेट प्रभावी नहीं होंगे। पाकिस्तान अब एक नया प्लान बनाने में जुटा है ताकि वह भारतीय नौसेना की संभावित आक्रामकता का सामना कर सके।