जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले के बाद बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 5 बड़े कदम उठाकर सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पड़ोसी देश के आतंकी हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा। कल प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में मंत्री समूह की बैठक में इन उपायों का ऐलान किया गया। इनमें सबसे प्रमुख है सिंधु जल संधि। अगर इस संधि के मुताबिक पाकिस्तान को देने वाले पानी पर रोक लगा दी गई, तो पाकिस्तान की कृषि और अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी। पांच बड़े कदमों से भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है कि वह सीमा पार आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा। इन फैसलों का पाकिस्तान पर गंभीर कूटनीतिक और आर्थिक प्रभाव पडऩे की संभावना है।
सिंधु जल संधि का निलंबन
भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने घोषणा की कि यह निलंबन तब तक जारी रहेगा जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को बंद नहीं करता। इस संधि के तहत पाकिस्तान को सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के पानी का एक बड़ा हिस्सा मिलता है, जो उसकी कृषि और लाखों लोगों की आजीविका के लिए महत्वपूर्ण है। इस कदम से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
अटारी सीमा का बंद होना
भारत ने अटारी-वाघा सीमा चौकी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। इससे दोनों देशों के बीच लोगों की आवाजाही और व्यापार पूरी तरह से रुक गया है। जो लोग वैध दस्तावेजों के साथ सीमा पार कर चुके हैं, उन्हें 1 मई, 2025 से पहले वापस लौटने के लिए कहा गया है।
पाकिस्तानी राजनयिकों पर कार्रवाई
भारत ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या में भारी कटौती करने का फैसला किया है। उच्चायोग में तैनात सैन्य सलाहकारों को गैर-जरूरी घोषित कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, भारत ने अपने उच्चायोग के कर्मचारियों को इस्लामाबाद से वापस बुला लिया है।
पाकिस्तानी वीजा रद्द और भारत छोडऩे का आदेश
भारत सरकार ने तत्काल प्रभाव से सभी पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द कर दिए हैं। देश में पहले से मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोडऩे का आदेश दिया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक दबाव
भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर और अधिक अलग-थलग करने के अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। विदेश सचिव ने स्पष्ट रूप से कहा कि पहलगाम हमले में सीमा पार से संबंध पाए गए हैं, जो पाकिस्तान की भूमिका की ओर इशारा करते हैं।