भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज़ अब एक रोमांचक मोड़ पर आ चुकी है। 1-1 की बराबरी के बाद, आज विशाखापट्टनम (विजाग) में होने वाला तीसरा और निर्णायक मुकाबला (Decider) सीरीज़ का विजेता तय करेगा। भारतीय टीम की नज़रें सीनियर खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन और युवाओं की वापसी पर टिकी हैं।
‘RO-KO’ से बड़ी उम्मीदें
- विराट कोहली (Virat Kohli) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को मिलाकर अक्सर ‘RO-KO’ कहा जाता है, और निर्णायक मैच में इन दोनों दिग्गजों से टीम को बड़ी पारी की उम्मीद है।
- विजाग का मैदान विराट कोहली के लिए बेहद भाग्यशाली रहा है, जहाँ उनका वनडे औसत 97.83 का है और उन्होंने यहाँ तीन शतक लगाए हैं। रायपुर में शतक जड़ने के बाद, कोहली की फॉर्म भारत के लिए सबसे बड़ी सकारात्मक बात है।
- रोहित शर्मा भी निर्णायक मैच में बड़ी शुरुआत देकर टीम को मज़बूत स्थिति में पहुँचाना चाहेंगे।
- दूसरे वनडे में ऋतुराज गायकवाड़ ने शानदार शतक जड़ा था, जो भारतीय मिडिल ऑर्डर को स्थिरता प्रदान करता है।
युवाओं के सामने बड़ा इम्तिहान
सीरीज़ में मिली हार के बाद, टीम मैनेजमेंट कुछ बदलावों पर विचार कर सकता है:
- यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal): सलामी बल्लेबाज के तौर पर यशस्वी जायसवाल को बड़ी पारी खेलनी होगी। पहले दो मैचों में उन्होंने शुरुआत तो की, लेकिन अपनी पुरानी कमजोरी (बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के सामने) के कारण सस्ते में आउट हो गए। निर्णायक मैच में उनका प्रदर्शन भविष्य की टीम में उनकी जगह तय करेगा।
- मध्यक्रम में बदलाव की संभावना: वॉशिंगटन सुंदर के प्रदर्शन (बल्ले से 13 और 1) के बाद, उनकी जगह ऋषभ पंत या तिलक वर्मा को मध्यक्रम को मजबूत करने के लिए मौका मिल सकता है।
- गेंदबाजी में चिंता: दूसरे वनडे में प्रसिद्ध कृष्णा काफी महंगे साबित हुए थे। उनके स्थान पर हरफनमौला नितीश कुमार रेड्डी को मौका दिया जा सकता है, जो बल्लेबाजी में गहराई और मध्य ओवरों में नियंत्रण प्रदान कर सकते हैं।
🏟️ पिच रिपोर्ट और टॉस की भूमिका
- स्थान: डॉ वाईएस राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, विशाखापट्टनम।
- पिच: यह पिच आमतौर पर बल्लेबाजों के अनुकूल मानी जाती है।
- टॉस: पिछले दोनों मैचों की तरह, विजाग में भी ओस (Dew) निर्णायक कारक हो सकती है। इसलिए, टॉस जीतने वाला कप्तान पहले गेंदबाजी करना पसंद कर सकता है, ताकि दूसरी पारी में ओस का फायदा उठाकर लक्ष्य का पीछा करना आसान हो जाए।
भारत के लिए यह सीरीज़ जीतना साख का सवाल है, खासकर टेस्ट सीरीज़ में हार के बाद।


