More
    HomeHindi NewsDelhi News1905 में रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था राष्ट्रगान.. 'जन गण मन' के...

    1905 में रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था राष्ट्रगान.. ‘जन गण मन’ के लिए ये हैं नियम

    गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी कल है। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया था। पूरे देश में इसे राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है। भारत का संविधान लागू हुए अब 75 साल हो गए हैं। इस तरह इस बार हम संविधान गठन का 76वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। गणतंत्र दिवस के आयोजन में सबसे पहले राष्ट्रगान यानी जन गण मन गाया जाता है। इसे 75 साल पहले 1905 में सबसे पहले बंगाली भाषा में रविंद्र नाथ टैगोर की ओर से लिखा गया था। इसे सबसे पहले कोलकाता में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में गाया गया था। आजादी के बाद यह गीत भारत का राष्ट्रगान बन गया। बात करें गणतंत्र दिवस की तो सारे कार्यक्रमों में राष्ट्रगान को बजाना और गाने का नियम है। इन नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।

    जन गण मन गाने के लिए ये नियम

    • राष्ट्रगान गाते समय शब्दों के उच्चारण का विशेष ध्यान देना चाहिए। यह भी ध्यान रखें कि राष्ट्रगान गाने की अवधि 52 सेकंड है और इस समय के अंदर ही गाना चाहिए।
    • राष्ट्रगान जब गाया जा रहा हो, तब आसपास अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए। राष्ट्रगान के समय अशांति, शोर या अन्य गानों या संगीत की आवाज भी नहीं होना चाहिए।
    • राष्ट्रगान के लिए कभी भी अशुभनीय शब्दों का प्रयोग ना करें।
    • राष्ट्रगान जब गाया जाता है या बजाया जाता है तो सावधान की मुद्रा में खड़े रहना चाहिए और किसी भी तरह की शारीरिक हरकत नहीं करना चाहिए।
    • कई सरकारी कार्यालय में शैक्षिक संस्थानों में दिन की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ ही करनी चाहिए।
    RELATED ARTICLES

    Most Popular

    Recent Comments