गुजरात में नए मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़कर पिछली मंत्रिपरिषद के सभी मंत्रियों के इस्तीफे के बाद यह फेरबदल किया गया है। भाजपा ने कुल 26 मंत्रियों की सूची जारी की है। विश्लेषकों का यह भी मानना है कि चेहरे बदलकर भाजपा राज्य में लंबे समय से चल रही सरकार के खिलाफ होने वाली संभावित एंटी-इनकंबेंसी (सत्ता विरोधी लहर) को खत्म करने की रणनीति पर काम कर रही है। यह फेरबदल आगामी चुनावों में भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। मंत्रिपरिषद में यह बदलाव आगामी 2027 विधानसभा चुनाव और निकाय चुनावों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मुख्य चेहरे और शपथ:
- डिप्टी सीएम: हर्ष सांघवी को राज्य का नया उपमुख्यमंत्री (Deputy CM) बनाया गया है।
- मंत्री पद की शपथ: जीतू वाघाणी ने मंत्री पद की शपथ ली।
- अन्य प्रमुख मंत्री: सूची में स्वरूपजी ठाकोर, प्रवीणकुमार माली, रुशिकेश पटेल, दर्शना वाघेला, कुंवरजी बावलिया, रिवाबा जाडेजा, अर्जुन मोढवाडिया, परषोत्तम सोलंकी, प्रफुल्ल पानशेरिया और कनुभाई देसाई जैसे नाम शामिल हैं।
विधायकों ने जताई खुशी:
भाजपा विधायक लविंगजी ठाकोर ने कहा, “पहले भी क्षत्रिय समुदाय के कई लोगों को मंत्री बनाया गया है और आज फिर से बनाया जाएगा। पार्टी जिसे भी मंत्री बनाएगी, हम बहुत खुश हैं।”
- विधायक कन्हैयालाल किशोरी ने नए मंत्रियों को बधाई देते हुए कहा कि इससे गुजरात और भी अधिक विकसित होगा।
सामाजिक समीकरण: पार्टी इस फेरबदल के जरिए नए सामाजिक समीकरणों को साधना चाहती है।
- युवा और प्रतिनिधित्व: युवा विधायकों को मंत्रिपरिषद में शामिल करने से युवा नेताओं का हौसला बढ़ेगा, साथ ही ओबीसी और पाटीदार समुदाय का प्रतिनिधित्व भी मजबूत होगा।
- संतुलन: राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा युवाओं को बड़ी जिम्मेदारी देकर पाटीदार, ओबीसी और शहरी वर्ग के बीच संतुलन बनाए रखना चाहती है।