छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भाटापारा नगर के कृषि उपज मंडी परिसर में आदिवासी गोंड़ समाज माँ मांवली महासभा द्वारा आयोजित सांस्कृतिक भवन लोकार्पण एवं रानी दुर्गावती बलिदान दिवस समारोह में शामिल हुए। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने जनजातीय गौरव की भावना को सुदृढ़ बनाने के लिए हर साल 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस की शुरुआत की है। रानी दुर्गावती का भव्य स्मारक जबलपुर में तैयार कराया गया है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जनजातीय समाज से हैं। उनका इस सर्वाेच्च पद में आसीन होना जनजातीय समाज के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान है। भगवान बिरसा मुंडा, टंट्या मामा जैसे अनगिनत वीर शहीदों ने देश के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी दी है। वे इतिहास में खो गए थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें नमन कर गौरवमयी इतिहास को सबके सामने रखा है।
जोगीद्वीप मेला स्थल तक सडक़ निर्माण का ऐलान
सीएम साय ने सम्मेलन में आदिवासी समाज के सामाजिक भवन के आहता निर्माण हेतु 22 लाख रुपये, वहां तक सीसी रोड के लिए 25 लाख रुपये की घोषणा की है। गुर्रा से जोगीद्वीप मेला स्थल तक सडक़ निर्माण हेतु 1 करोड़ 30 लाख रुपये देने का ऐलान किया। मंच से प्रधानमंत्री आवास योजना के 5 हितग्राहियों को घर की चाबी, 3 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, 4 हितग्राहियों को जाति प्रमाण पत्र एवं समाज के मेधावी छात्र छात्राओं का सम्मान किया।
प्रदूषण से पर्यावरण को बचाने में वृक्षारोपण बहुत जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में एक पेड़ माँ क़े नाम लगाने का आह्वान किया है। उनके आह्वान को पूरा करने हम सभी को प्रयास करने हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे अपने माँ के नाम से एक पौधा जरूर लगाएं। इस तरह से पौधे लगाएंगे तो उसकी देखभाल बहुत अच्छे से होगी और पेड़ जल्द विकसित होगा। उन्होंने कहा कि बढ़ते प्रदूषण से पर्यावरण को बचाने में वृक्षारोपण बहुत जरूरी है। समारोह को रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक बिल्हा धरम लाल कौशिक, पूर्व विधायक भाटापारा शिवरतन शर्मा ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण और दूर दराज से आए आदिवासी समाज के पदाधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।