एशिया कप 2025 में आज होने वाले भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को लेकर पहलगाम हमले के पीड़ित परिवारों में गहरा गुस्सा और नाराजगी है। उनका कहना है कि जब तक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरा नहीं हो जाता, तब तक पाकिस्तान के साथ कोई भी संबंध नहीं होना चाहिए।
ऑपरेशन सिंदूर क्यों हुआ बेकार?
पहलगाम आतंकी हमले में अपने पिता और भाई को खोने वाले सावन परमार ने कहा कि जब उन्हें मैच के बारे में पता चला तो वे बहुत परेशान हो गए। उन्होंने कहा, “अगर आप मैच खेलना चाहते हैं, तो मेरे 16 साल के भाई को वापस लाएं, जिसे कई गोलियां लगीं। अब ऑपरेशन सिंदूर बेकार लगता है।”
“हमारे जख्म अभी भरे नहीं हैं”
पीड़ित किरन ने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किया, “ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, तो फिर भारत-पाकिस्तान मैच क्यों हो रहा है?” उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे उन परिवारों से मिलें जिन्होंने अपनों को खोया है, ताकि वे उनका दुख समझ सकें। उन्होंने कहा, “हमारे जख्म अभी भरे नहीं हैं।”
26 पर्यटकों की हत्या का मामला
यह हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ था, जिसमें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद से ही दोनों देशों के बीच संबंधों में कड़वाहट आ गई है।
राजनेताओं ने भी उठाया सवाल
इस मैच को रद्द करने की मांग सिर्फ पीड़ित परिवारों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कई राजनेताओं ने भी इस पर सवाल उठाए हैं।
- असददुद्दीन ओवैसी: एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा, “क्या एक क्रिकेट मैच की करोड़ों की कमाई उन 26 जानों से ज़्यादा कीमती है?” उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के पुराने बयानों की याद दिलाते हुए कहा कि “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते”।
- केदार जाधव: पूर्व भारतीय ऑलराउंडर और भाजपा नेता केदार जाधव ने भी मैच रद्द करने की मांग की थी, और कहा था कि भारत को इस मैच में हिस्सा नहीं लेना चाहिए।