पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने का मुद्दा किसी एक राज्य तक सीमित नहीं है। यह पूरे उत्तर भारत का मुद्दा है। अगर प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन युद्ध को रोक सकते हैं जैसा कि उन्होंने विज्ञापन में दिखाया है, तो क्या वे यहां धुआं नहीं रोक सकते? उन्हें सभी राज्यों की बैठक करवानी चाहिए, मुआवजा देना चाहिए और वैज्ञानिकों को बुलाना चाहिए। मान ने कहा कि किसान पराली नहीं जलाना चाहते। किसान धान की खेती भी नहीं करना चाहते लेकिन वैकल्पिक फसल पर एमएसपी नहीं मिलती। जब धान पैदा होता है तो किसानों की तारीफ होती है लेकिन पराली का क्या? फिर वे जुर्माना लगाना चाहते हैं।
हमने 1.25 लाख मशीनें दी हैं
सीएम मान ने कहा कि हमें नहीं पता कि पंजाब का धुआं दिल्ली पहुंचता है या नहीं लेकिन धुआं सबसे पहले किसान और उसके गांव को नुकसान पहुंचाता है। हम पराली जलाने से रोकने के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार हमें किसानों को इसके खिलाफ प्रोत्साहित करने के लिए कह रही है। प्रोत्साहन से काम नहीं चलता, व्यावहारिक कदम उठाने की जरूरत है। सीएम ने कहा कि हमने 1.25 लाख मशीनें दी हैं। हमने एनजीओ से बात की है। 75 लाख हेक्टेयर धान की फसल में से पराली 40 लाख रुपये नहीं जलाए गए।
दिल्ली पर गहराने लगा संकट
दिल्ली में ठंड अभी शुरू भी नहीं हुई ओर कोहरे की चादर छा गई है। एक्यूआई गिरकर खराब श्रेणी में 270 और बहुत खराब श्रेणी में 339 पर पहुंच गया है। वायु गुणवत्ता खराब होने के बाद प्रदूषण से निपटने के लिए पानी का छिडक़ाव किया जा रहा है। वहीं यमुना नदी में जहरीली झाग देखी गया है।